नई दिल्ली : तबलीगी जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आए लगभग 22,000 लोगों को देशभर में क्वारंटाइन में रखा गया है. केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी.
केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने संवाददताओं से कहा कि केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के उद्देश्य से जमात के सदस्यों और उनके संपर्क में आये लोगों का पता लगाने के लिये राज्यों के साथ समन्वय कर व्यापक कोशिशें की हैं.
उन्होंने कहा कि यहां मंत्रालय द्वारा संचालित होने वाले नियंत्रण कक्ष के जरिए 24 घंटे लॉकडाउन से संबंधित सभी मुद्दों की निगरानी की जा रही है.
श्रीवास्तव ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के करीब 200 कर्मियां को इससे जमीनी स्तर पर जोड़ा गया है.
अधिकारी ने कहा कि 14 अप्रैल को समाप्त होने जा रहे तीन हफ्तों के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को लागू करने के लिये सभी उपाय किये जा रहे हैं. साथ ही, आवश्यक वस्तुओं एवं सेवाओं की आपूर्ति संतोषजनक है.
उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख कर यह सुनश्चित करने को कहा है कि आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति लॉकडाउन की अवधि के दौरान बाधित नहीं हो.
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राज्य आपदा मोचन कोष के तहत 11,092 करोड़ रुपये की पहली किस्त गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी कर दी. राज्य इस धन का उपयोग प्रवासी कामगारों की मदद करने और आपदा से संबद्ध अन्य कार्यों में कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश गैर सरकारी संगठनों एवं अन्य सामुदायिक समूहों के साथ समन्वय कर प्रवासी कामगारों और कोरोना वायरस महामारी से प्रभावित सभी लोगों के लिए राहत शिविर चला रहे हैं.