महोबा: उत्तर प्रदेश के महोबा जिले के कुलपहाड़ कोतवाली क्षेत्र के बुधौरा गांव में बुधवार दोपहर बोरवेल में गिरे चार साल के बच्चे की मौत हो गई है.
करीब 18 घंटे तक चले अभियान के बाद गुरुवार सुबह करीब आठ बजे बच्चे का शव बोरवेल से बाहर निकाला जा सका. जिलाधिकारी ने बच्चे की मौत की पुष्टि की है.
महोबा के जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया, 'करीब 18 घंटे तक चले बचाव अभियान के बाद सुबह करीब साढ़े आठ बजे बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालकर एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.'
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राजेन्द्र कुमार गौतम ने बताया, 'बोरवेल में 25 फीट की गहराई के नीचे पानी था और ऐसा लगता है कि बच्चा उसी पानी में गिर गया, जिससे उसकी मौत हो गई.'
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वहीं, महोबा जिला अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर गुलशेर अहमद ने बताया कि जांच से ऐसा प्रतीत होता है कि अस्पताल लाने से छह घंटे पहले ही बच्चे की मौत हो चुकी थी.
जानें पूरा मामला
मामला महोबा जिले के कुलपहाड़ थाना क्षेत्र के बुधौरा गांव का है, जहां किसान भागीरथ कुशवाहा अपने परिवार के साथ खेत पर गेहूं की फसल की सिंचाई कर रहा था. तभी खेत में खेल रहा भागीरथ का चार साल का बेटा घनेन्द्र नौ इंच चौड़े बोरवेल में जा गिरा. खेत में काम कर रहे पति-पत्नी ने खेत में घनेन्द्र को खोजा, तो उसका कहीं पता नहीं चला. खोजते-खोजते जब वे बोरवेल के पास पहुंचे तो बेटे की आवाज सुनकर दंग रह गए.
भागीरथ ने इसकी सूचना पुलिस को दी, सूचना के बाद प्रशासन अलर्ट हो गया. सूचना पर जिले के डीएम सत्येन्द्र कुमार, एसपी अरुण कुमार श्रीवास्तव भारी पुलिसबल और प्रशासनिक अमले के साथ कुलपहाड़ से उपजिलाधिकारी मोहम्मद अवेश, बेलाताल के चिकित्सक एवं अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए.
बच्चे को बचाने के लिए करीब 18 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चला. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लखनऊ से मदद के लिए महोबा पहुंची.