सुकमा : छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को नक्सलियों ने सुकमा के कुकनार इलाके में सड़क निर्माण में लगे 6 वाहनों को आग के हवाले कर दिया है. सड़क निर्माण में दो जेसीबी और हाईवा लगे हुए थे. नक्सलियों ने सभी वाहनों को आग लगा दिया है.
सुकमा के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में सड़क निर्माण का काम जारी था. इसके तहत भारी वाहन भी वहां पहुंचाए गए थे. बुधवार को सड़क निर्माण का काम खत्म होने के बाद शाम को सभी वाहन वहीं खड़े किए गए थे. जिसे दर्जनभर से ज्यादा नक्सलियों ने आग के हवाले कर दिया. पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है.
भारी मात्रा में नक्सली कैंप से किया था विस्फोटक बरामद
- बुधवार को नारायणपुर जिले में डीआरजी और एसटीएफ की टीम ने अबूझमाड़ के जंगल में नक्सलियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया है. नक्सलियों के कैंप से बड़ी मात्रा में गोला-बारूद बरामद किया गया था. जवानों ने कैंप से नक्सलियों के हथियार, गोला-बारूद, आईईडी के साथ रॉकेट लॉन्चर भी बरामद किया था.
- डेगलपुट्ठी कैंप के पास पहुंचते ही नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई के बाद नक्सली कैंप छोड़ भाग खड़े हुए. कैंप में जब पुलिस पार्टी ने सर्चिंग शुरू की, तो नक्सलियों के हथियारों का जखीरा नजर आया.
- नारायणपुर जिले के अबूझमाड़ इलाके को नक्सली बारिश के दिनों में अपना सबसे बड़ा सेफ जोन मानते हैं. यहां दुर्गम पहाड़ियों और बड़े नदी-नालों में पानी भरने के कारण कई इलाके टापू में तब्दील हो जाते हैं.
सुरक्षाबलों ने रॉकेट लॉन्चर, मोर्टार, हैंड ग्रेनेड, प्रेशर कुकर बम, वॉकी टॉकी, एयरगन, नक्सली साहित्य सहित भारी मात्रा में राशन, कपड़े बरामद किए हैं. बारिश से पहले नक्सलियों के खिलाफ मिली बड़ी कामयाबी नक्सलियों को एक बड़ा नुकसान है.
नक्सलियों की वारदात झारखंड में भी नजर आईओ
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में टोंटो थाना क्षेत्र अंतर्गत सुदूरवर्ती गांवों और उनके आसपास के क्षेत्रों में प्रतिबंधित भाकपा नक्सली संगठन के द्वारा ग्रामीण मुंडा और डाकुआ को संबोधित करते हुए कुछ हस्तलिखित पत्र फेंके गए हैं. पर्चें फेंक कर ग्राम प्रधान और मुंडा से स्थानीय युवक-युवतियों को संगठन में भर्ती करने के लिए हर गांव से 10 युवकों की मांग की गई है.
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ग्रामीणों में भय का माहौल
भाकपा नक्सली के पर्चे फेंके जाने के बाद गांव में लोगों के बीच भय का माहौल है. इसकी जानकारी पश्चिम सिंहभूम पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत माहथा को हुई और उन्होंने पदाधिकारी को सूचित करते हुए सन्हा दर्ज करने का निर्देश दिया है. पश्चिम सिंहभूम जिला पुलिस एवं सीआरपीएफ के जवानों के द्वारा नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे निरंतर अभियान के बाद नक्सली संगठन कमजोर हुआ है, जिसके बाद नक्सलियों ने अपने संगठन को मजबूत करने के लिए गांव-गांव में पर्चा बांट कर ग्राम प्रधान और मुंडा से स्थानीय युवक-युवतियों को संगठन में भर्ती करने के लिए प्रत्येक गांव से 10 लोगों की मांग की गई है. इस मांग को देखते हुए सुदूरवर्ती गांव में दहशत का माहौल कायम हो गया है.