नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) की घोषणा की जिसे प्रायोगिक आधार पर छह केंद्र शासित प्रदेशों में शुरू कर दिया गया है.
नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से स्वतंत्रता दिवस के दिन अपने संबोधन में मिशन की घोषणा की जिसके तहत प्रत्येक भारतीय को स्वास्थ्य पहचान पत्र मिलेगा और उन्हें चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठाने में आसानी होगी.
देश में आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन करने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) को सरकार ने देश में एनडीएचएम की रूपरेखा तैयार करने, उसे शुरू कराने का काम सौंपा है.
एनएचए ने एक बयान में कहा कि चंडीगढ़, लद्दाख, दादरा और नगर हवेली तथा दमन दीव, पुडुचेरी, अंडमान निकोबार द्वीपसमूह और लक्षद्वीप में मिशन को पायलट आधार पर प्रारंभ किया गया है.
लाल किले की प्राचीर से 74वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि इस मिशन से देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति आएगी और तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी. मोदी ने कहा कि आज से देश में एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है और यह है ‘नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन’. उन्होंने कहा नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के स्वास्थ्य क्षेत्र में नई क्रांति लेकर आएगा. तकनीक के माध्यम से लोगों की परेशानियां कम होंगी.
मोदी ने कहा कि आपकी हर चिकित्सा जांच, हर बीमारी, आपको किस डॉक्टर ने कौन सी दवा दी, कब दी, आपकी रिपोर्ट क्या थीं, यह सारी जानकारी इसी एक स्वास्थ्य पहचान पत्र में समाहित होगी. उन्होंने कहा इस अभियान के माध्यम से लोगों को तमाम दिक्कतों से मुक्ति मिलेगी.
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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक घोषणा का स्वागत करते हुए कहा केंद्र शासित प्रदेशों में प्रारंभिक समझ के आधार पर हम एनडीएचएम को शुरू करने के लिए राज्यों के साथ साझेदारी में क्रमिक तरीके से काम करेंगे. मैं इस क्रांतिकारी योजना को अपनाने में डॉक्टर, स्वास्थ्य सुविधाओं, नागरिकों तथा राज्य सरकारों के पूरे सहयोग और सुझाव की अपेक्षा करता हूं.