नई दिल्ली : मध्य प्रदेश में चल रही राजनीतिक उठापटक के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपना इस्तीफा राज्यपाल लालजी टंडन को सौंप दिया. इस पर केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि प्रदेश में जो कुछ भी हुआ उसके लिए पूरी तरह से कांग्रेस पार्टी ही जिम्मेदार है.
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अपने ही बोझ से चरमरा कर गिर गई है. उनके पास सरकार छोड़ने के अलावा और कोई दूसरा रास्ता नहीं था और वह अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए जबरन भारतीय जनता पार्टी पर ठीकरा फोड़ने कोशिश कर रही है.
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में जब विधानसभा का चुनाव हुआ था तब सबसे ज्यादा वोट भाजपा पार्टी को ही मिले थे, लेकिन तीन-चार सीटें कांग्रेस पार्टी से कम रहीं. भाजपा पार्टी यदि जोड़-तोड़ कि राजनीति की पक्षधर होती तो फिर यह सब करना उस समय हमारे लिए ज्यादा आसान होता और हम सरकार बनाने में सफल हो जाते.
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव के नतीजों में भाजपा ने हार मानी और कांग्रेस पार्टी की ज्यादा सीट होने के चलते उनकी सरकार बनी.
भाजपा नेता ने कहा, 'मैं समझता हूं कि मध्य प्रदेश के लिए पिछले एक साल का समय बहुत नुकसानदायक रहा क्योंकि राज्य में भ्रष्टाचार और अराजकता का माहौल रहा. इन्हीं कारणों से कांग्रेस में आंतरिक टूटन हुई.'
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मध्य प्रदेश में जिन 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया वह सभी कांग्रेस पार्टी के थे, जिसके बाद उनकी पार्टी अल्पमत में आई और राज्यपाल ने जब उनसे बहुमत साबित करने के लिए कहा तो वह ऐसा नहीं कर पाए और कमलनाथ को इस्तीफा देना पड़ा.
मप्र : कमलनाथ ने राज्यपाल को सौंपा इस्तीफा, कहा- प्रदेश पूछ रहा क्या है मेरा कसूर
उन्होंने कहा कि राज्यपाल अब दूसरी पार्टी यानी कि भाजपा को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करेंगे और इससे पहले विधायक दल की बैठक होगी और भाजपा अपने दल के नेता को तय करेगी.
जब उनसे पूछा गया कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद की दौड़ मैं क्या उनका भी नाम है तो उन्होंने कहा मैं बिल्कुल भी नहीं हूं और यह भाजपा का शीर्ष नेतृत्व तय करेगा.