नई दिल्ली : मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की पहली वर्षगांठ के बाद सोमवार को कैबिनेट की पहली बैठक हुई. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिए गए कुछ अहम फैसलों की केंद्रीय मंत्रियों - प्रकाश जावड़ेकर, नितिन गडकरी और नरेंद्र सिंह तोमर ने संयुक्त रूप से मीडिया को जानकारी दी.
जावड़ेकर ने बताया कि बैठक में किसानों के लाभ को लेकर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि सरकार ने कोरोना लॉकडाउन के बाद से गरीबों को लेकर संवेदनशील रही है.
- 80 करोड़ लोगों को राशन दिया गया. रेहड़ी, पटरी वालों को 10,000 की सहायता राशि दी जाएगी.
- 1.70 लाख करोड़ की मदद गरीबों को दी गई है. 50 लाख रेहड़ी पटरी वालों को लाभ मिलेगा.
- व्यवसाय को आसान बनाने की दिशा में काम कर रही है सरकार.
- जावड़ेकर ने बताया कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग (एमएसएमई) को 20 हजार करोड़ का राहत पैकेज दिया गया.
- MSME को लोन देने के लिए 3 लाख करोड़ की योजना.
- शहरी और आवास मंत्रालय ने विशेष सूक्ष्म ऋण योजना शुरू की है.
इस दौरान केंद्रीयमंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में बड़ी बढ़ोतरी की गई है.
- मक्का समर्थन में मूल्य में 58 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है.
- तूअर और मूंग में 58 फीसदी अधिक पैदावार हुई है.
- 360 लाख मिट्रिक टन गेहूं और 16.7 लाख टन धान का प्रोक्योरमेंट किया.
- किसानों को लोन चुकाने के लिए अधिक समय दिया जाएगा.
वहीं बैठक में मौजूद सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868 किया.
- 11 करोड़ से अधिक लोगों को नौकरी दी जाएगी.
- इसके अलावा 25 लाख MSME को पुनर्गठन किए जाएगा.
- पिछड़े उद्योगों के 4 हजार करोड़ का फंड.
- एमएसएमई से जुड़े 6 करोड़ छोटे कारोबारी लाभ मिलेगा.