कंकवली : महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे भाजपा में शामिल हो गए. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राणे का बीजेपी में शामिल होना और पार्टी का विलय करना अहम घटनाक्रम है.
मंगलवार को भाजपा में शामिल होने के बाद राणे ने अपनी महाराष्ट्र स्वाभिमान पक्ष (एमएसपी) का सत्तारूढ़ पार्टी में विलय भी कर दिया.
इस मौके पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में राणे के बड़े बेटे एवं पूर्व सांसद निलेश तथा उनके समर्थक भी भाजपा में शामिल हो गए. राणे के छोटे बेटे और कंकवली सीट से मौजूदा विधायक नितेश भाजपा के टिकट पर फिर से किस्मत आज़मा रहे हैं.
राणे ने कहा, 'मैं फडणवीस के काम करने के तरीके से प्रभावित हूं. मैं तेज विकास सुनिश्चित करने के लिए भाजपा में शामिल हो रहा हूं. मैं इस प्रक्रिया में अपने तरीके से योगदान देना चाहता हूं.'
नारायण राणे के बीजेपी में शामिल होने के बाद फडणवीस ने कहा कि राणे स्वत: भाजपा के सदस्य है. राणे भाजपा की मदद ही से राज्यसभा के सदस्य बने थे.
राणे को 'आक्रामक और परिश्रमी नेता' बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ' कुछ दिन पहले नितेश राणे भाजपा में शामिल हुए. आज निलेश भी शमिल हो गए. राणे साहेब राज्यसभा के सदस्य हैं...वह पहले से ही भाजपा के सदस्य हैं.'
गौरतलब है कि राणे और फडणवीस अपने-अपने भाषणों में शिवसेना का नाम लेने से बचे. भाजपा की सहयोगी होने के बावजूद शिवसेना ने राणे के पूर्ण करीबी को कंकवली सीट से नितेश के खिलाफ उतारा है.
नारायण राणे 1999 में शिवसेना-भाजपा सरकार में मुख्यमंत्री थे, लेकिन उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करने के बाद उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया था. इसके बाद राणे ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
उन्हें कांग्रेस-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) सरकार में मंत्री बनाया गया था. वह मुख्यमंत्री बनने की महत्वकांक्षा की वजह से पार्टी में लंबे समय तक नहीं रहे और 2017 में उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी.
इसके बाद उन्होंने एमएसपी का गठन किया और भाजपा नीत राजग का हिस्सा बन गए.
खबरों के मुताबिक राणे राजनीति में अपनी प्रासंगिकता बनाए रखने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं. राणे का गढ़ कोंकण का सिंधुदुर्ग जिला है. वह पिछले कई महीनों से भाजपा में शामिल होने की 'प्रतीक्षा सूची' में थे.
(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)