नई दिल्ली : एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के अयोध्या में अब पूजा स्थल पर नमाज अदा करना हराम है के बयान से राजनीति गरम हो गई है. ओवैसी को करारा जवाब देते हुए केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने गुरुवार को कहा कि ऐसे फतवेबाज लोगों की बात पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है. केंद्रीय मंत्री ने ओवैसी की खिंचाई करते हुए उन्हें लंतरानी करने वाला भी बता दिया.
मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि ये लोग जो नए-नए फतवेबाज के रूप में उभरे हैं, उनके पास ऐसे फतवे जारी करने के अलावा कोई उपाय नहीं है. जहां तक सुप्रीम कोर्ट के फैसला की बात है, तो शीर्ष अदालत ने जो निर्णय दिया है समाज के हर लोग इस आदेश का पालन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को पूरे सम्मान के साथ स्वीकार करने के साथ ही मस्जिद स्थल पर सद्भाव के साथ निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है. कुछ लोगों की आदत है जो हवा में बात करते हैं, इसलिए उन्हें बात करने दें.
ओवैसी ने आखिरकार क्या कहा
ओवैसी ने बुधवार को कर्नाटक के बीदर में एक बड़ी सभा में बोलते हुए कहा था कि अयोध्या में जो मस्जिद बनाई जा रही है, उस मस्जिद में नमाज अदा करना या पैसे दान करना गलत है. इस बीच गणतंत्र दिवस के अवसर पर अयोध्या के धनीपुर में तिरंगा फहराने और वृक्षारोपण अभियान के साथ ही गांव में मस्जिद के निर्माण कार्य की शुरुआत भी की गई.
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पिछले साल 19 दिसंबर को इंडो-इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ), उत्तर प्रदेश सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा बनाए गए ट्रस्ट ने जामिया मिल्लिया विश्वविद्यालय में वास्तुकला संकाय के डीन प्रोफेसर एसएम अख्तर द्वारा डिजाइन मस्जिद और अन्य संरचनाओं का खाका जारी किया था.