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गुरुनानक महल पर पाक ने जारी किया बयान, सिख समुदाय में गुस्सा - Delhi Sikh Gurdwara Management committee

पाक स्थित गुरुनानक महल में की गई तोड़फोड़ को लेकर सिख समुदाय में नाराजगी है. भारत में इस पर गुस्सा बढ़ता जा रहा है. पाकिस्तान ने इस पर सफाई दी है. उसका कहना है कि गुरुनानक महल नहीं, बल्कि उसके पास की एक अन्य बिल्डिंग को नुकसान पहुंचा है. जानें, क्या कहा है पाकिस्तान ने.

पाक पीएम इमरान खान
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Published : May 28, 2019, 6:47 PM IST

Updated : May 28, 2019, 7:12 PM IST

नई दिल्लीः सोमवार को पाकिस्तान स्थित गुरुनानक महल में तोड़फोड़ की खबर सामने आई थी, जिसके बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है. उन्होंने पाकिस्तान से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. हालांकि, मामला तूल पकड़ने पर पाक ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है.

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दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा विदेश मंत्रालय को जारी किया गया नोटिस

पाकिस्तान ने कहा कि यहां पर गुरुनानक महल को क्षति नहीं पहुंचाई गई है. बल्कि इसके बगल का एक ढांचा है, उसके ढांचे को नुकसान पहुंचाया गया है. यह भी अवैध कार्रवाई है.

बता दें, पाक स्थित गुरुद्वारे की इमारत गिराए जाने की खबर आने के बाद भारतीय सिख समुदाय में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.

नानक महल पर जानकारी देते हुए ईटीवी भारत संवाददाता

पाकिस्तानी मीडिया द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक इमारत ऐतिहासिक नहीं है और ना ही किसी भी तरह से गुरु नानक देव से संबंधित है. यह इमारत एक अमीर सिख व्यक्ति की बताई जा रही है, जिसका नाम नानक सिंह है, और माना जा रहा है कि 1947 में विभाजन के बाद वे भारत रवाना हो गए थे.

यह इमारत लगभग 400 साल पुरानी बताई जाती है और यह कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से बेची गई थी. नरोवाल सहायक आयुक्त के कार्यालय ने नानक महल बिल्डिंग को बेचने के लिए रांझा और पुन्नू के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की.

नानक महल को किसी अवैध कब्जे से बचाने के लिए सांस्कृतिक विरासत विभाग को सौंप दिया गया है.

पढ़ेंःपाक के ऐतिहासिक गुरुनानक महल में तोड़फोड़, बेचा गया कीमती सामान

महल की चार मंजिला इमारत की दीवारों पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के चित्रों के साथ-साथ विभिन्न हिंदू शासकों के चित्र थे. इसकी दूरी लाहौर से लगभग सौ किलोमीटर की पर है.

इसमें 16 कमरे थे, और प्रत्येक में 3 दरवाजे थे, जो लकड़ी के बने हुए थे. कमरों पर फूलों की नक्काशी की गई थी. सभी कमरे हवादार थे, जिनकी दीवारों पर छोटे छोटे दीपक लगे हुए थे. साथ ही छतों में विभिन्न आकार के महंगे डाययर वुड बीम का इस्तेमाल किया गया था.

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नारोवाल सहायक आयुक्त द्वारा लिखा पत्र

क्षेत्र के लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें.

पंजाब के बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरू नानक महल को आंशिक तौर पर तोड़े जाने के मुद्दे को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने कड़ाई से उठाएं.

नई दिल्लीः सोमवार को पाकिस्तान स्थित गुरुनानक महल में तोड़फोड़ की खबर सामने आई थी, जिसके बाद दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने विदेश मंत्रालय को पत्र लिखा है. उन्होंने पाकिस्तान से दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की है. हालांकि, मामला तूल पकड़ने पर पाक ने इस पर स्पष्टीकरण दिया है.

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दिल्ली गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा विदेश मंत्रालय को जारी किया गया नोटिस

पाकिस्तान ने कहा कि यहां पर गुरुनानक महल को क्षति नहीं पहुंचाई गई है. बल्कि इसके बगल का एक ढांचा है, उसके ढांचे को नुकसान पहुंचाया गया है. यह भी अवैध कार्रवाई है.

बता दें, पाक स्थित गुरुद्वारे की इमारत गिराए जाने की खबर आने के बाद भारतीय सिख समुदाय में आक्रोश का माहौल बना हुआ है.

नानक महल पर जानकारी देते हुए ईटीवी भारत संवाददाता

पाकिस्तानी मीडिया द्वारा साझा जानकारी के मुताबिक इमारत ऐतिहासिक नहीं है और ना ही किसी भी तरह से गुरु नानक देव से संबंधित है. यह इमारत एक अमीर सिख व्यक्ति की बताई जा रही है, जिसका नाम नानक सिंह है, और माना जा रहा है कि 1947 में विभाजन के बाद वे भारत रवाना हो गए थे.

यह इमारत लगभग 400 साल पुरानी बताई जाती है और यह कुछ लोगों द्वारा अवैध रूप से बेची गई थी. नरोवाल सहायक आयुक्त के कार्यालय ने नानक महल बिल्डिंग को बेचने के लिए रांझा और पुन्नू के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की.

नानक महल को किसी अवैध कब्जे से बचाने के लिए सांस्कृतिक विरासत विभाग को सौंप दिया गया है.

पढ़ेंःपाक के ऐतिहासिक गुरुनानक महल में तोड़फोड़, बेचा गया कीमती सामान

महल की चार मंजिला इमारत की दीवारों पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक के चित्रों के साथ-साथ विभिन्न हिंदू शासकों के चित्र थे. इसकी दूरी लाहौर से लगभग सौ किलोमीटर की पर है.

इसमें 16 कमरे थे, और प्रत्येक में 3 दरवाजे थे, जो लकड़ी के बने हुए थे. कमरों पर फूलों की नक्काशी की गई थी. सभी कमरे हवादार थे, जिनकी दीवारों पर छोटे छोटे दीपक लगे हुए थे. साथ ही छतों में विभिन्न आकार के महंगे डाययर वुड बीम का इस्तेमाल किया गया था.

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नारोवाल सहायक आयुक्त द्वारा लिखा पत्र

क्षेत्र के लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से अनुरोध किया है कि वे जल्द से जल्द जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई करें.

पंजाब के बठिंडा से शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की सांसद हरसिमरत कौर बादल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की कि वह पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में गुरू नानक महल को आंशिक तौर पर तोड़े जाने के मुद्दे को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के सामने कड़ाई से उठाएं.

Intro:The reports of demolition of historical Guru Nanak Mahal in Pakistan made headlines in India on Monday .Sikh people in India demanded action against culprits who allegedly demolished Gurunanak Mahal in Narowal of Pakistan.


Body:As per latest updates the building is not historical or in any way related to Guru Nanak Dev Ji.The building belongs to a rich Sikh man old named Nanak Singh ho left for India after partition in 1947. Pakistani media has also issued justification on the same. The building is said to be about 400 years old and was illegally sold by some men. The office of Assistant Commissioner of Narowal recommended to lodge an FIR against Ranjha and Punnu for selling Nanak Mahal Building.The possession of Nanak Mahal is also handed over to cultural heritage department to avoid any further illegal occupation.


Conclusion:The walls of four storey building had pictures of Sikhism founder Guru Nanak as well as that of various Hindu rulers.The structure of village in Narowal is about hundred kilometre from Lahore and had 16 rooms with each of them having a at least three delicate doors and at least four ventilators. The construction of Palace comprised of old bricks sand clay and limestone the rooms were constructed with large broad walls with cupboards in them that had wooden doors with flowers carved on them. The people in the area have requested Prime Minister Imran Khan to take action against those responsible.
Last Updated : May 28, 2019, 7:12 PM IST
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