हैदराबाद : सिकंदराबाद के गणेश मंदिर में 22 वर्ष पूर्व एक बम विस्फोट की साजिश के आरोपी अब्दुल करीम टुंडा पर आज नामपल्ली अदालत फैसला सुनाएगी. टुंडा तंजीम इस्लामिक मुजाहिदीन के रूप में जाना जाने वाला आतंकवादी संगठन में एक प्रमुख व्यक्ति था.
टुंडा आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्य है. वह बम बनाने में माहिर है. वह कई बम विस्फोटों में भारत द्वारा वांछित शीर्ष 20 आतंकवादियों में से एक है. वह देश भर के 40 से अधिक देशों में बम विस्फोटों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक था. टुंडा पर 1994 और 1996 से 1998 के बीच आतंकवाद के 21 मामले दर्ज किए हैं.
टुंडा ने बाबरी विध्वंस के प्रतिशोध में पूरे देश में विस्फोट करने की साजिश रची थी.
अब्दुल करीम टुंडा, जिन्होंने 1993 के सीरियल ब्लास्ट में साजिश रची थी.
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टुंडा ने सिकंद्राबाद रेलवे स्टेशन, हुमायूंनगर सीसीएस में टिफिन बॉक्स बम बनाकर रखे थे.
आपको बता दें, 26/11 मुंबई हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान से 20 खुंखार आतंकवादियों को शरण न देने की मांग की थी, इनमें टुंडा भी शामिल था.