नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से फल किसानों में खासी परेशानी थी. किसान इस बात से चिंतित थे कि उनकी फसल का क्या होगा. इस पर सरकार ने किसानों को राहत दी है. सरकार ने इस समस्या का हल निकाले के लिए नैशनल कोऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NAFED) को शामिल करने की बात कही है.
सरकार ने कहा है कि NAFED फल किसानों द्वारा उनकी फसल को मुनासिब पैसों में खरीदेगा. इस कार्य को अलग-अलग फल मंडियों में किया जाएगा. इस संबंध में जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने बताया कि सबसे पहले इसे सोपोर, शोपियां और श्रीनगर से शुरू किया जाएगा.
इसके तहत एक सर्वे कमेटी मंडियों में जाएगी और वहां से माल देख कर उसकी खरीदी करेगी. अधिकारी ने बताया कि इसलिए किसानों को अपनी फसल को लेकर परेशान होने की जरूरत नहीं है. उन्होंने बताया कि इस कार्य के लिए NAFED सीधे किसानों से जुड़ेगा और फसल के लिए संपर्क करेगा.
आपको बता दें, जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से प्रदेश के हालात नाजुक हैं. इस लिहाज से लोगों की आवाजाही में कमी देखने को मिली.
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लोगों ने अपने घरों से बाजारों की ओर कम ही रूख किया. इस वजह से किसानों के माल की बिक्री में कमी पड़ गई, जिसेक बाद से किसान अपने माल को लेकर परेशान थे. लेकिन अब सरकार ने उनकी परेशानियों का हल निकालते हुए, उन्हें इस बात से राहत दी है.
सरकार ने कहा है कि किसानों को इस बात से परेशान होने की जरूरत नहीं है. अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया है कि किसानों का माल समय सीमा पर NAFED द्वारा खरीद लिया जाएगा और उन्हें उसकी मुनासिब कीमत भी अदा की जाएगी.
आपको बता दें, इस साल कश्मीर में बादाम की अच्छी फसल हुई है. हालांकि, मौसम की वजह से इस बार कश्मीर में सेब की फसल कुछ खास नहीं रही है. लेकिन बादाम की खेती करने वाले किसानों के लिए ये साल सोना साबित हुआ है.
बता दें, बादाम को कई दिनों तक रखा जा सकता है इसलिए भी किसान एसे लेकर परेशान नहीं हैं. वहीं सेब को रखने में परेशानी होती है क्योंकि सेब को लंबे समय तक नहीं रखा जा सकता, उसके जल्दी खराब होने की संभावना होती है.