नई दिल्ली : केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भारत को दुनिया के समक्ष समावेशी विकास-सर्व स्पर्शी सशक्तिकरण का मॉडल बताया है. साथ ही कहा कि भारत में अल्पसंख्यकों की स्थिति की वैश्विक स्तर पर सराहना हो रही है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने सोमवार को नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय अल्पसंख्यक विकास एवं वित्त निगम (एनएमडीएफसी) के राज्य चैनेलाइजिंग एजेंसियों के वार्षिक सम्मेलन में शिरकत की. इस दौरान नकवी ने कहा कि एनएमडीएफसी ने पिछले 5 वर्षों में लगभग 3000 करोड़ रुपए 8 लाख 30 हज़ार से ज्यादा लाभार्थियों को विभिन्न रोजगारपरक गतिविधियों, स्टैंडअप, स्टार्टअप आदि के लिए किफायती दरों पर ऋण मुहैया कराए हैं.
साथ ही नकवी ने कहा कि 6 अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदायों के 10 लाख से ज्यादा छात्र-छात्राओं को प्री-मैट्रिक, पोस्ट-मैट्रिक, मेरिट-कम-मीन्स और अन्य स्कॉलरशिप दी गई हैं. अगले 5 वर्षों में हम पांच करोड़ छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप देंगे. इन 6 अधिसूचित अल्पसंख्यक समुदायों में बैद्ध, जैन, पारसी, इसाई, सिख और मुस्लिम शामिल हैं.
नकवी ने अल्पसंख्यक मंत्रालय के कार्यों के बारे में कहा कि देश के कोने-कोने के उस्ताद कारीगरों, दस्तकारों, खानसामों को राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय रोजगार के अवसर मुहैया कराने के लिए अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा देश के अलग-अलग स्थानों पर 100 हुनर हाट का आयोजन किया जाएगा. उन्होंने बताया कि अगला हुनर हाट एक नवम्बर से प्रयागराज में आयोजित होने वाला है. आने वाले दिनों में इसका आयोजन दिल्ली, गुरुग्राम, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, लखनऊ, अहमदाबाद आदि शहरों में किया जाएगा.
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अल्पसंख्यक मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार की दोबारा वापसी के बाद से प्रधानमंत्री जन विकास कार्यक्रम के तहत देशभर में 100 कॉमन सर्विस सेंटर स्वीकृत किए गए हैं, जो जरूरतमंदों के लिए सिंगल-विंडो व्यवस्था की तरह काम करेंगे. यहां आम लोगों को केंद्र एवं प्रदेश सरकार की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिलेगी.