पटना : वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने महागठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया है. महागठबंधन की संयुक्त पीसी में उनकी पार्टी के लिए सीटों का एलान नहीं होने के बाद मुकेश सहनी ने यह बड़ा फैसला लिया. उन्होंने कहा कि मेरे पीठ में खंजर घोंपा गया है.
होटल के बाहर वीआईपी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया.
मुकेश सहनी ने कहा कि महागठबंधन को एकजुट रखने के लिए वे कोई भी कुर्बानी देने को तैयार है. लेकिन जब सीटों के एलान में उनकी पार्टी का जिक्र नहीं किया गया, तो वे नाराज हो गए. जिसके बाद उन्होंने भरे मंच से कहा कि मेरे पीठ में खंजर घोंपा गया है. इसके बाद उन्होंने महागठबंधन से अलग होने का एलान कर दिया .
बिहार में मल्लाह (निषाद) की आबादी तकरीबन 3-4 फीसदी है. इस समुदाय में मल्लाह और मछुआरे दोनों आते हैं. वोट बैंक के हिसाब से यह आंकड़ा मामूली है, लेकिन गठबंधन के दौर में एक-एक वोट की कीमत है. पिछले वोटिंग पैटर्न पर नजर डालें तो बिहार की मुजफ्फरपुर, दरभंगा, औरंगाबाद, उजियारपुर और खगड़िया लोकसभा सीट पर मल्लाह समाज निर्णायक भूमिका में रहे हैं. हालांकि इसमें से केवल मुजफ्फरपुर इकलौती ऐसी सीट है, जहां मल्लाह की आबादी साढ़े तीन लाख से ज्यादा है, यानी यहां इस समाज के लोगों का वर्चस्व है.
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वीआईपी ने किया हंगामा
बता दें कि महागठबंधन में शामिल पार्टियों ने सीट बंटवारे का ऐलान कर दिया है. इसमें आरजेडी को 144 सीट, कांग्रेस को लगभग 70 सीट और 1 लोकसभा सीट, सीपीआई(एम)-4, सीपीआई-6, सीपीआई(एमएल) को 19 सीटें मिली है. हालांकि वीआईपी पार्टी को लेकर अभी फैसला नहीं हुआ. इसके बाद वीआईपी के समर्थकों ने तेजस्वी यादव के खिलाफ जमकर नारे लगाए.