भोपाल: मध्य प्रदेश टाइगर स्टेट के बाद अब लेपर्ड स्टेट भी बन गया है. बाघों के बाद अब मध्य प्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे ज्यादा तेंदुए हैं. सन 2018 की स्थिति में जारी हुई रिपोर्ट के मुताबिक मध्यप्रदेश में 3421 तेंदुए है. इस लिहाज से मध्य प्रदेश ने अब तेंदुआ की संख्या में कर्नाटक और महाराष्ट्र को भी पीछे छोड़ दिया है. देशभर में तेंदुआ की तादात में 60 प्रतिशत से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.
टाइगर के बाद लेपर्ड स्टेट बना मध्य्प्रदेश
केंद्र सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक देश में तेंदुओं की कुल संख्या 12852 हो गई है. इसमें से सबसे ज़्यादा 3421 तेंदुए मध्य प्रदेश में हैं. इस हिसाब से देश के एक चौथाई तेंदुए मध्य प्रदेश के जंगलों में मौजूद हैं. केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने तेंदुए की आबादी पर रिपोर्ट जारी की है. रिपोर्ट में मध्य प्रदेश का नाम सबसे ज्यादा तेंदुए की संख्या वाले राज्य में शामिल है.
कर्नाटक और महाराष्ट्र हम से पीछे
सोमवार जारी रिपोर्ट के हिसाब से मध्यप्रदेश में सबसे ज्यादा 3421 तेंदुए पाए गए हैं, जबकि कर्नाटक में 1783 और महाराष्ट्र में 1690 तेंदुए पाए गए हैं. इस लिहाज से मध्यप्रदेश में कर्नाटक और महाराष्ट्र को पीछे छोड़ दिया है. देशभर में तेंदुए की तादाद में 60 प्रतिशत से भी ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है तो वहीं मध्यप्रदेश में तेंदुए की तादाद में 80 फीसदी बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
पढ़ें- बाघों, शेरों के बाद अब तेंदुओं की संख्या बढ़ना ‘बहुत अच्छी खबर’: मोदी
साल 2014 में प्रदेश में थे 1817 तेंदुए
देशभर में इससे पहले साल 2014 में तेंदुए की गणना की गई थी. उस वक्त मध्यप्रदेश में 1817 तेंदुए मिले थे. लेकिन साल 2018 की स्थिति में अब इनकी संख्या 3421 हो गई है. साल 2000 की बात करें तो मध्यप्रदेश में 3600 के लगभग तेंदुए थे. लेकिन अब मध्यप्रदेश में तेंदुए की संख्या में 80 फ़ीसदी से भी ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. इस लिहाज से मध्य प्रदेश अब टाइगर स्टेट के बाद लेपर्ड स्टेट भी बन गया है.
वन मंत्री विजय शाह ने दी बधाई
देशभर में तेंदुए की संख्या में प्रदेश को पहला स्थान मिलने के बाद मध्य प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने प्रदेश वासियों और वन विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को बधाई दी है. उन्होंने कहा कि, यह प्रदेश के लिए गौरव का क्षण है जैव विविधता को बढ़ावा देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार निरंतर प्रयास कर रही है.
पुनर्वास की तैयारी शुरू
वन विभाग के सामने अब ये समस्या हो गयी है कि बाघों और तेंदुए के इस बड़े कुनबे को संभालें कैसे. जिस कारण वन विभाग अब नए वन क्षेत्र की तरफ रुख करता नजर आ रहा है. वहीं राज्य सरकार ने नए वन क्षेत्र चिन्हित कर वहां बाघों और तेंदुए के पुनर्वास की तैयारी शुरू कर दी है.