नई दिल्ली/हरिद्वार: पद्मश्री स्वामी सत्यमित्रानंद को देश के बड़े राजनेताओं ने श्रद्धांजलि अर्पित की. इस मौके पर संघ प्रमुख मोहन भागवत ने जल्द ही राम मंदिर निर्माण पर निर्णय होने की उम्मीद जताई. भागवत ने कहा कि स्वामी जी के राम मंदिर निर्माण का सपना हम सब अपने सामने पूरा होते देखेंगे.
वहीं उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भी कार्यक्रम में पहुंचकर सत्यमित्रानंद को श्रद्धांजलि दी. इस मौके पर संतों ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से राम मंदिर निर्माण पर चर्चा की. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी ने मोहन भागवत से मुलाकात के बाद जल्द ही राम मंदिर निर्माण की उम्मीद जताई.
सत्यमित्रानंद की षोडशी कार्यक्रम में पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि सत्यमित्रानंद का देश में अपना एक विशेष स्थान था. उन्होंने देश और श्रद्धालु दोनों का मार्गदर्शन किया. त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि स्वामी जी ने 1983 में भारत माता मंदिर की स्थापना कर सबको संदेश दिया कि सबसे पहले देश आता है बाकी सब बाद में है.
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राम मंदिर निर्माण आंदोलन के स्तंभों में शामिल स्वामी सत्यमित्रानंद गिरी आज भले ही इस दुनिया में न हो लेकिन उनका ये सपना सबकी आंखों में है. स्वामी सत्यमित्रानंद के षोडशी समारोह में पहुंचे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि स्वामी जी के सपने को जरूर पूरा किया जाएगा. भागवत ने कहा कि राम मंदिर निर्माण का सपना हम सब अपने सामने पूरा होते देखेंगे. भागवत ने इशारों ही इशारों में कहा कि राम मंदिर का निर्माण वर्तमान सरकार के हाथों से ही होगा.
सत्यमित्रानंद के षोडशी कार्यक्रम में देशभर से हस्तियां जुटी. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष सहित साधु संतों ने भी संघ प्रमुख से राम मंदिर पर चर्चा की. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि मोहन भागवत ने राम मंदिर पर उनकी सार्थक चर्चा हुई है और उन्हें भी जल्द राम मंदिर निर्माण बनने की उम्मीद है.
बता दें कि सत्यमित्रानंद स्वामी ने राम मंदिर निर्माण को लेकर कई आंदोलन किये. मगर राम मंदिर निर्माण का सपना लेकर वे इस दुनिया से चले गए. अब उनकी मुहिम को कई और संत आगे बढ़ा रहे हैं. सत्यमित्रानंद के षोडशी समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित कई प्रदेशों के राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनेताओं सहित योग गुरू स्वामी रामदेव ने हिस्सा लिया.