मॉस्कोः रूस को उम्मीद है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी दौरे से दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग बढ़ेगा, क्योंकि भारत ने घोषणा की है कि वह इस देश में निवेश बढ़ाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले महीने रूस के दौरे पर होंगे, जहां वह चार सितंबर से छह सितंबर के बीच आयोजित होने जा रहे ईस्टर्न इकॉनोमिक फोरम (ईईएफ) में हिस्सा लेंगे
इससे पहले भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल यहां पहुंचा है.
जिसमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत समेत 130 कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे.
प्रतिनिधिमंडल ने रूसी समकक्ष के साथ बातचीत की, जिसकी अगुवाई रूस के उप प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के फार ईस्ट दूत यूरी ट्रनेव ने की.
रूसी प्रतिनिधिमंडल में फार ईस्ट व आर्कटिव विकास मंत्री अलेक्जेंडर कोजलोव, फार ईस्टर्न रीजन के प्रमुखों के साथ-साथ फेडरल एग्जिक्यूटिव अथॉरिटीज और 120 से अधिक कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल थे.
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ट्रनेव ने कहा, 'मुझे पक्का विश्वास है कि हमारे देशों के नेताओं के बीच संपर्क से पूरे निवेश माहौल को बढ़ावा मिलेगा और कारोबारी इस बात से सहमत होंगे कि निवेश सुरक्षित है'.