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फिर टूटी भाषा की मर्यादा, राहुल बोले- मोदी 'जेबकतरे' की तरह मुद्दों से ध्यान भटकाते हैं

राजनीति में भाषा के गिरते स्तर का एक और नमूना सामने आया है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने सोनिया गांधी के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया. दूसरी ओर आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पीएम मोदी के अभद्र भाषा का प्रयोग किया. जानें पूरा मामला

आर्वी की रैली में राहुल गांधी
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Published : Oct 16, 2019, 7:29 AM IST

यवतमाल/वर्धा : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ उद्योगपतियों का 'भोंपू' करार देते हुए कहा कि उनकी रणनीति एक 'जेबकतरे' जैसी है जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बांट देता है.

महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यवतमाल जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री चंद्र मिशन और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के रद्द होने के बारे में बोलते हैं लेकिन किसानों और बेरोजगारी जैसे आम लोगों के मुद्दों पर चुप रहते हैं.

उन्होंने दावा किया, 'माल एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी ने छोटे और मझोले उद्यमियों, किसानों, मजदूरों और गरीब लोगों की कमर तोड़ दी. जब तक मोदी सरकार सत्ता में है, बेरोजगारी की समस्या देश में लगातार बनी रहेगी. छह महीनों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ेगी.'

कॉरपोरेट कर में रियायत के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कुछ उद्योगपतियों को ऐसे फायदे दिये गए लेकिन समाज के गरीब वर्ग को नहीं. उन्होंने दावा किया कि सरकार की बंदरगाह, एअर इंडिया, कोयला खदानों और सार्वजनिक उपक्रमों जैसी देश की संपदाओं के निजीकरण की योजना है.

राहुल ने आरोप लगाया, 'मोदी अडाणी और अंबानी के भोंपू हैं. एक जेबकतरे की तरह, जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बांटता है, उनका (मोदी) एकमात्र काम आपका ध्यान बांटना है जिससे वह आपका रुपया कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को दे सकें.'

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), भोजन का अधिकार, भूमि अधिग्रहण और जनजाति कानून में संशोधन किया गया लेकिन सरकार को जीएसटी में संशोधन स्वीकार्य नहीं.

राहुल गांधी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था उद्योगपतियों द्वारा नहीं बल्कि किसानों, मजदूरों और मझोले व्यापारियों से चल रही है. उन्होंने कहा, 'जब गरीब को रुपया मिलता है तो वह खरीदारी शुरू करता है, जब मांग बढ़ती है तो उत्पादक को फायदा होता है.'

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित 'न्याय' योजना अर्थव्यवस्था को तेज गति देती.

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मनरेगा का वार्षिक बजट 35 हजार करोड़ रुपये है और मोदी सरकार ने एक दिन में 1.25 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर माफ कर दिया.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया फ्रांस दौरे के संदर्भ में राहुल ने कहा कि राजनाथ सिंह ने राफेल युद्धक विमान की पूजा की. उन्होंने आरोप लगाया, 'लेकिन, विमान सौदे से 35 हजार करोड़ रुपये चुरा लिये गए. मीडिया इस बारे में नहीं लिखेगी क्योंकि उसे उद्योगपति द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है. आपका पैसा मीडिया को दिया जा रहा है, जिससे वे मोदी का प्रचार कर सकें.'

राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र के पास कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के लिये मतदान कर सभी समस्याओं को दूर करने का मौका है. उन्होंने कहा, 'हम एक ऐसी सरकार लाएंगे जो गरीबों, किसानों, छोटे और मझोले कारोबारियों के लिये काम करेगी.'

वर्धा जिले के आर्वी में एक रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर मनरेगा, आरटीआई कानून, भोजन का अधिकार और भूमि अधिग्रहण कानून समेत संप्रग सरकार की सभी गरीब समर्थक योजनाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'भाजपा ने मनरेगा का मजाक उड़ाया जिसने अर्थव्यवस्था को गति दी थी.'

राहुल ने दावा किया कि जीएसटी का मकसद छोटे और मध्यम उद्योगों को खत्म करना है. उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में इसे न होने दें. इसे यहीं पर रोक दें.'

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

यवतमाल/वर्धा : कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कुछ उद्योगपतियों का 'भोंपू' करार देते हुए कहा कि उनकी रणनीति एक 'जेबकतरे' जैसी है जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बांट देता है.

महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यवतमाल जिले में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री चंद्र मिशन और जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के रद्द होने के बारे में बोलते हैं लेकिन किसानों और बेरोजगारी जैसे आम लोगों के मुद्दों पर चुप रहते हैं.

उन्होंने दावा किया, 'माल एवं सेवा कर (जीएसटी) और नोटबंदी ने छोटे और मझोले उद्यमियों, किसानों, मजदूरों और गरीब लोगों की कमर तोड़ दी. जब तक मोदी सरकार सत्ता में है, बेरोजगारी की समस्या देश में लगातार बनी रहेगी. छह महीनों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ेगी.'

कॉरपोरेट कर में रियायत के सरकार के फैसले की आलोचना करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कुछ उद्योगपतियों को ऐसे फायदे दिये गए लेकिन समाज के गरीब वर्ग को नहीं. उन्होंने दावा किया कि सरकार की बंदरगाह, एअर इंडिया, कोयला खदानों और सार्वजनिक उपक्रमों जैसी देश की संपदाओं के निजीकरण की योजना है.

राहुल ने आरोप लगाया, 'मोदी अडाणी और अंबानी के भोंपू हैं. एक जेबकतरे की तरह, जो चोरी से पहले लोगों का ध्यान बांटता है, उनका (मोदी) एकमात्र काम आपका ध्यान बांटना है जिससे वह आपका रुपया कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों को दे सकें.'

उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा), भोजन का अधिकार, भूमि अधिग्रहण और जनजाति कानून में संशोधन किया गया लेकिन सरकार को जीएसटी में संशोधन स्वीकार्य नहीं.

राहुल गांधी ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था उद्योगपतियों द्वारा नहीं बल्कि किसानों, मजदूरों और मझोले व्यापारियों से चल रही है. उन्होंने कहा, 'जब गरीब को रुपया मिलता है तो वह खरीदारी शुरू करता है, जब मांग बढ़ती है तो उत्पादक को फायदा होता है.'

कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित 'न्याय' योजना अर्थव्यवस्था को तेज गति देती.

राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि मनरेगा का वार्षिक बजट 35 हजार करोड़ रुपये है और मोदी सरकार ने एक दिन में 1.25 लाख करोड़ रुपये का कॉरपोरेट कर माफ कर दिया.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के हालिया फ्रांस दौरे के संदर्भ में राहुल ने कहा कि राजनाथ सिंह ने राफेल युद्धक विमान की पूजा की. उन्होंने आरोप लगाया, 'लेकिन, विमान सौदे से 35 हजार करोड़ रुपये चुरा लिये गए. मीडिया इस बारे में नहीं लिखेगी क्योंकि उसे उद्योगपति द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है. आपका पैसा मीडिया को दिया जा रहा है, जिससे वे मोदी का प्रचार कर सकें.'

राहुल ने कहा कि महाराष्ट्र के पास कांग्रेस-राकांपा गठबंधन के लिये मतदान कर सभी समस्याओं को दूर करने का मौका है. उन्होंने कहा, 'हम एक ऐसी सरकार लाएंगे जो गरीबों, किसानों, छोटे और मझोले कारोबारियों के लिये काम करेगी.'

वर्धा जिले के आर्वी में एक रैली में राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर मनरेगा, आरटीआई कानून, भोजन का अधिकार और भूमि अधिग्रहण कानून समेत संप्रग सरकार की सभी गरीब समर्थक योजनाओं को कमजोर करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'भाजपा ने मनरेगा का मजाक उड़ाया जिसने अर्थव्यवस्था को गति दी थी.'

राहुल ने दावा किया कि जीएसटी का मकसद छोटे और मध्यम उद्योगों को खत्म करना है. उन्होंने कहा, 'महाराष्ट्र में इसे न होने दें. इसे यहीं पर रोक दें.'

(एक्सट्रा इनपुट- पीटीआई)

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PRI GEN NAT
.MUMBAI BOM25
MH-2ND LD RAHUL
Like 'pickpocket', Modi diverts attention from issues: Rahul
         (Eds: Adding inputs from another rally)
         Yavatmal/Wardha, Oct 15 (PTI) Congress leader Rahul
Gandhi on Tuesday called Prime Minister Narendra Modi a
"loudspeaker" of certain industrialists, and said his strategy
was like that of a pickpocket who diverts attention to steal.
         On campaign trail in Vidarbha for October 21
Maharashtra assembly elections, he also targeted the Modi
government for "waiving" corporate tax.
         Addressing a rally in Yavatmal district, Gandhi said
the prime minister speaks of the moon mission and abrogation
of Article 370 in Jammu and Kashmir, but is silent on issues
such as farmers' plight and lack of jobs.
         "The Goods and Services Tax (GST) and demonetisation
broke the back of small and medium enterprises, farmers,
labourers and poor people. As long as the Modi government is
in power, the issue of joblessness will continue to haunt the
country. The problem of joblessness will grow in the next six
months," he claimed.
         Criticising the government's decision to "waive"
(slash the rates of) corporate tax, Gandhi said such benefits
were extended to certain industrialists, but not to the poor.
         The Congress leader also alleged that the Union
government was planning to privatise national assets such as
ports, coal mines, and public sector units such as Air India.
         "Modi is the loudspeaker of (industrialists) Adani and
Ambani. Just like a pickpocket, who diverts attention of
people before stealing, his (Modi's) only job is to divert
your attention so that he can pass your money to a select few
industrialists," Gandhi said.
         While the Mahatma Gandhi National Rural Employment
Guarantee Act (MNREGA), Right to Food, land acquisition and
laws for tribals were being amended, amendment to the GST act
was not acceptable to the government, he said.
         "When the poor person gets money, he starts
purchasing, when the demand increases, manufacturing gets a
boost," he said, adding that the NYAY minimum income scheme,
proposed by the Congress before the Lok Sabha elections, would
have jump-started the economy.
         The annual budget of MNREGA is Rs 35,000 crore and the
Modi government cut corporate tax worth Rs 1.25 lakh crore in
a single day, Gandhi said.
         Referring to Defence Minister Rajnath Singh's France
visit, he said the latter did a puja of the Rafale fighter jet
(while taking symbolic delivery of the first aircraft).
         "But Rs 35,000 crore were stolen from the jet deal.
The media will not write about this because it is being
controlled by industrialists. Your money is given to the media
so that they publicise Modi," he alleged.
         Maharashtra has the opportunity to solve all these
problems by voting for the Congress and NCP, he said.
         "We will install a government which will work for the
poor, farmers, labourers, and small and medium businesses," he
added.
         At a rally at Arvi in Wardha district, Gandhi accused
the Modi government of weakening all pro-poor schemes of the
UPA regime, including the MNREGA, RTI Act, Right to Food and
the land acquisition bill.
         "BJP made fun of MNREGA which had given a boost to the
economy," he said.
         The GST's purpose was to finish off small and medium
businesses, the Congress leader claimed.
         "Don't let this happen in Maharashtra. Let's stop this
here," he said. PTI MR GK
KRK
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