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बीजेपी संकल्प पत्र : विशेषज्ञ बोले 2022 तक किसान की आय दोगुनी करने का संकल्प है कठिन

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने अपना संकल्प पत्र यानि कि 2019 के चुनावों के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी कर दिया है. इसमें उन्होंने कहा है कि वह 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य प्राप्त कर लेंगे. जानते है इसपर एक्सपर्ट की राय.

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Published : Apr 9, 2019, 9:16 AM IST

Updated : Apr 9, 2019, 9:27 AM IST

सौ. bjp twitter

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी किया. इस संकल्प पत्र में किसानों को मुख्य केन्द्र में रख बीजेपी उनके लिए अपार सौगोतों के संकल्प लेकर आई. इसके अनुसार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है.

घोषणा-पत्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सारे किसानों को वित्तीय सहायता सुनिष्चित करने की दिशा में कार्य करने की बात भी कही गई है. इसके अलावा 60 वर्ष की आयु के उपरांत सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छोटे और सीमांत किसानों हेतु पेंशन योजना की भी घोषणा की गई है.

इस विषय पर भारतीय खाद्य और कृषि परिषद के अध्यक्ष एमजे खान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने पिछले महीने किसानों के लिए 2019 के बीजेपी मेनिफेस्टो के मुद्दों और विजन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक से अवगत कराया.

एमजे खान से खास बातचीत, देखें

एमजे खान के अनुसार, 2022 तक किसान की आय दोगुनी करने के सबसे महत्वपूर्ण वादे को छोड़कर बीजेपी द्वारा किए गए सभी वादे संभव हैं.

आईसीएएफए के अध्यक्ष एमजे खान ने कहा, 'मैं वरिष्ठतम अधिकारियों के संपर्क में रहा हूं, जो किसान की आय को दोगुना करने के लिए समिति का नेतृत्व कर रहे हैं और यहां तक ​​कि उन्हें भी उम्मीद है कि यह लक्ष्य 2025 तक प्राप्त होगा पाएगा.'

उन्होंने बताया कि 'स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने के बारे में बहुत देर तक चर्चा की गई है. लगभग सभी किसान संघ इसके लिए लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से बीजेपी द्वारा पेश किए गए विज़न डॉक्यूमेंट को उन्होंने अपनी योजनाओं और रोडमैप के आधार पर चलने का फैसला किया है.'

हालांकि, एमजे खान का मानना ​​है कि डॉ स्वामीनाथन द्वारा प्रस्तुत दृष्टिकोण को सरकार पहले से ही पालन कर रही है. यहां तक कि मौजूदा सरकार की कई योजनाओं जैसे कि एमएसपी में वृद्धि को वहां से ही चुना गया है.

पढ़ें:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष साक्षात्कार, अहम सवालों पर बेबाकी से दिए जवाब

आईसीएफए के अध्यक्ष ने कहा कि जो भी सरकार सत्ता में आती है उसे कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा क्योंकि इस क्षेत्र में काफी समस्याएं हैं.

नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में पार्टी मुख्यालय में लोकसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा-पत्र जारी किया. इस संकल्प पत्र में किसानों को मुख्य केन्द्र में रख बीजेपी उनके लिए अपार सौगोतों के संकल्प लेकर आई. इसके अनुसार 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा गया है.

घोषणा-पत्र में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत सारे किसानों को वित्तीय सहायता सुनिष्चित करने की दिशा में कार्य करने की बात भी कही गई है. इसके अलावा 60 वर्ष की आयु के उपरांत सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए छोटे और सीमांत किसानों हेतु पेंशन योजना की भी घोषणा की गई है.

इस विषय पर भारतीय खाद्य और कृषि परिषद के अध्यक्ष एमजे खान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने पिछले महीने किसानों के लिए 2019 के बीजेपी मेनिफेस्टो के मुद्दों और विजन पर चर्चा करने के लिए गृह मंत्री राजनाथ सिंह के निवास पर आयोजित उच्च स्तरीय बैठक से अवगत कराया.

एमजे खान से खास बातचीत, देखें

एमजे खान के अनुसार, 2022 तक किसान की आय दोगुनी करने के सबसे महत्वपूर्ण वादे को छोड़कर बीजेपी द्वारा किए गए सभी वादे संभव हैं.

आईसीएएफए के अध्यक्ष एमजे खान ने कहा, 'मैं वरिष्ठतम अधिकारियों के संपर्क में रहा हूं, जो किसान की आय को दोगुना करने के लिए समिति का नेतृत्व कर रहे हैं और यहां तक ​​कि उन्हें भी उम्मीद है कि यह लक्ष्य 2025 तक प्राप्त होगा पाएगा.'

उन्होंने बताया कि 'स्वामीनाथन कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने के बारे में बहुत देर तक चर्चा की गई है. लगभग सभी किसान संघ इसके लिए लंबे समय से मांग कर रहे हैं, लेकिन आश्चर्यजनक रूप से बीजेपी द्वारा पेश किए गए विज़न डॉक्यूमेंट को उन्होंने अपनी योजनाओं और रोडमैप के आधार पर चलने का फैसला किया है.'

हालांकि, एमजे खान का मानना ​​है कि डॉ स्वामीनाथन द्वारा प्रस्तुत दृष्टिकोण को सरकार पहले से ही पालन कर रही है. यहां तक कि मौजूदा सरकार की कई योजनाओं जैसे कि एमएसपी में वृद्धि को वहां से ही चुना गया है.

पढ़ें:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष साक्षात्कार, अहम सवालों पर बेबाकी से दिए जवाब

आईसीएफए के अध्यक्ष ने कहा कि जो भी सरकार सत्ता में आती है उसे कृषि क्षेत्र में सुधार लाने और किसानों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित करना होगा क्योंकि इस क्षेत्र में काफी समस्याएं हैं.

Intro:BJP released it's manifesto today in presence top leadership including the Prime Minister Narendra Modi at BJP headquarters in the national capital. As the agrarian crisis and farmer's distress has been on the top of the national issues, wooing the section has also been on the top priority of political parties.
Releasing it's vision document in the name of 'Sankalp Patra', BJP leader Rajnath Singh reiterated Modi government's claim to double farmer's income by 2022. Adding to the PM-Kisan Samman Nidhi direct benefit transfer scheme the party has promised to make it open for all farmers in the country irrespective of the land holding they have.
Also as the main highlights of 'Sankalp Patra' for farmers, Ramnath Singh who has been heading the manifesto committee of they party this time promised to provide interest free loan of ₹ 1 Lakh for up to 5 years and zero interest in case of timely repayment.
The manifesto also promises pension scheme for small and marginal farmers and a lot more if the incumbent party returns to power for yet another term.


Body:ETV Bharat talked to MJ Khan, the Chairman of Indian Council for Food and Agriculture who conveyed the high level meeting held at Home minister Rajnath Singh's residence last month to discuss in the issues and vision for 2019 BJP Manifesto for farmers.
According to MJ Khan, all the promises made by BJP is possible to achieve except for the foremost promise of doubling farmer's income by 2022.
"I have been in touch with the senior most officers who are heading the committee for doubling farmer's income and even they hope that the target is achievable only by 2025" said MJ Khan, chairman ICFA.
A lot has been discussed and talked on implementation of Swaminathan Committee's report and almost all the farmer unions have been demanding for this since long but surprisingly the vision document presented by BJP has rather chosen to go by their own plans and roadmap. However, MJ Khan believes that the goverment has already been following up with the vision presented by the Dr. Swaminathan long back and many of the current government's schemes such as increase in MSP has been opted from there only.
Talking Exclusively to ETV Bharat, ICFA chairman expressed that any government that comes to power will have to focus on improving agriculture sector and empowering farmers as problems are there in the sector.


Conclusion:Watch this video interview with ICFA Chairman MJ Khan to know what he has to say on the 'Sankalp Patra' of BJP for general elections 2019.
Last Updated : Apr 9, 2019, 9:27 AM IST
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