नई दिल्ली: असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने स्वीकार किया कि नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) की अपडेट प्रक्रिया में गलतियां हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि ये एक लंबी प्रक्रिया है और इस कारण इसमें कुछ गलतियां हो सकती हैं लेकिन इसका मकसद किसी भी तरह से गलत नहीं है.
इस संबंध में अपनी बात को जारी रखते हुए मुखी ने कहा, 'सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के तहत एनआरसी अपडेट प्रक्रिया चल रही है और इसे समय पर प्रकाशित किया जाएगा.' उन्होंने कहा कि असल भारतीय नामों के साथ फाइनल NRC को 31 जुलाई या इससे पहले प्रकाशित कर लिया जाएगा.
सेना के रिटायर्ड ऑफिसर को असम में विदेशी के तौर पर पकड़े जाने के मुद्दे पर मुखी ने कहा, 'उन्होंने अलग-अलग जगह पर अलग दस्तावेज दिए हैं. यह गलती सरकार की नहीं बल्कि उनकी अपनी है.'
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दरअसल, कुछ समय पहले सेना के रिटायर्ड ऑफिसर मुहम्मद सना उल्लाह को असम में अवैध रूप से रह रहे विदेशी के तौर पर पकड़ा गया था. 30 साल के भारतीय सेना के रिटायर्ड अधिकारी को विदेशी बताए जाने के मुद्दे के बाद यह विवाद बढ़ गया है.
गौरतलब है कि असम के कई राजनीतिक दल एक त्रुटि मुक्त एनआरसी की मांग कर रहे हैं. मुखी ने कहा कि असम में राज्य सरकार ने कई साहसिक कदम उठाए हैं.
आपको बता दें, असम में फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल ने उल्लाह को विदेशी नागरिक बता कर पकड़ लिया था. वहीं सरकार ने असम में अप्रवासियों के मामलों को संभालने के लिए 100 विदेशी न्यायाधिकरण न्यायालयों की स्थापना की है.