नई दिल्ली : अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ और रक्षा मंत्री मार्क टी एस्पर ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. उन्हें बताया कि अमेरिकी सरकार दोनों देशों को रिश्तों को मजबूत करने के लिए लगातार मिलकर काम कर रही है.
इस दौरान दोनों देशों के नेताओं के बीच क्षेत्रीय व वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई. विदेश मंत्री एस जयशंकर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर भी इस दौरान उपस्थित थे.
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि इस मुलाकात के दौरान अतिथि देशों के नेताओं ने अमेरिकी राष्ट्रपति का अभिवादन प्रधानमंत्री मोदी तक पहुंचाया.
बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने भी फरवरी 2020 में अमेरिकी राष्ट्रपति की सफल भारत यात्रा को याद करते हुए, अपना अभिवादन अमेरिकी राष्ट्रपति को अमेरिकी प्रतिनिधियों से देने को कहा है.
इससे पहले जयशंकर और सिंह ने पोम्पिओ और एस्पर के साथ तीसरे चरण की टू प्लस टू वार्ता की.
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बयान के मुताबिक पोम्पिओ और एस्पर ने कहा कि अमेरिकी सरकार लगातार रिश्तों को मजबूत करने के लिए भारत के साथ मिलकर काम कर रही है, जिससे कि दोनों देश अपने विजन और लक्ष्य को हकीकत में बदल सकें.
प्रधानमंत्री ने भी टू+टू वार्ता के तीसरे सफल आयोजन की प्रशंसा करते हुए हाल के वर्षों में दोनों देश के बीच विकास के लिए बढ़ रही वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर काफी संतोष जताया.
बयान में कहा गया कि इस दौरान प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच मजबूत भरोसे, साझा मूल्य और नागरिकों के आपसी सहयोग का भी उल्लेख किया.
मालूम हो कि आज भारत और अमेरिका ने एक महत्वपूर्ण रक्षा समझौता किया, जिससे अत्याधुनिक सैन्य प्रौद्योगिकी, उपग्रह के गोपनीय डाटा और दोनों देशों के बीच अहम सूचना साझा करने की अनुमति होगी.
टू प्लस टू वार्ता के दौरान बेसिक एक्सचेंज एंड कोऑपरेशन एग्रीमेंट (बीईसीए) पर दोनों रणनीतिक भागीदारों के बीच संधि ने द्विपक्षीय रक्षा और सैन्य संबंधों को आगे और प्रगाढ़ करने का संकेत दिया है. यह समझौता ऐसे वक्त हुआ है, जब पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ भारत का गतिरोध चल रहा है.
टू प्लस टू वार्ता में दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच पहले से कायम करीबी संबंधों को आगे और घनिष्ठ करने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपसी हितों के व्यापक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया.