नई दिल्ली : सरकार ने सोमवार को लोकसभा में बताया कि राष्ट्रीय स्कूल प्रधानाध्यापक और शिक्षक समग्र उन्नति पहल (निष्ठा) कार्यक्रम के तहत सात लाख से अधिक शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों एवं अन्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है .
लोकसभा में जगदम्बिका पाल के प्रश्न के लिखित उत्तर में मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि निष्ठा कार्यक्रम के तहत सात लाख से अधिक शिक्षकों, प्रधानाध्यापकों एवं अन्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है, जिनमें 21,224 मुख्य संसाधन व्यक्ति भी शामिल है.
उन्होंने बताया कि समग्र स्कूल शिक्षा के लिए एक एकीकृत योजना के तहत सेवारत शिक्षकों, प्रधानाचार्यों, विषय शिक्षकों, संसाधन व्यक्तियों, मास्टर प्रशिक्षकों, शिक्षा प्रशासकों, शिक्षक प्रशिक्षकों, मुख्य संसाधन व्यक्तियों के प्रशिक्षण तथा प्रारंभिक एवं माध्यमिक स्तरों पर नवनियुक्त शिक्षकों के प्रारंभिक प्रशिक्षण के लिए सहायता दी जाती है.
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निशंक ने कहा कि शिक्षकों को स्वयं तथा दीक्षा प्लेटफाम पर डिजिटल माध्यम से भी प्रशिक्षण दिया जाता है .
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 31 जनवरी 2020 तक निष्ठा कार्यक्रम के तहत असम में 55,700 शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित किया गया. बिहार में 56205, दिल्ली में 11282, गुजरात में 41778, हरियाणा में 33271, हिमाचल प्रदेश में 25963, झारखंड में 7109, महाराष्ट्र में 49118, राजस्थान में 171923, तमिलनाडु में 130180, उत्तर प्रदेश में 61441, उत्तराखंड में 23956 शिक्षकों एवं प्रधानाचार्यों को प्रशिक्षित किया गया है.