नई दिल्ली: जनजातीय मामलों पर गठित राज्यपालों की सब ग्रुप कमेटी की बैठक शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रवासी भारतीय केंद्र में हुई. बैठक सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक चली. बैठक में झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके, ओडिशा के राज्यपाल गणेशी लाल, असम के राज्यपाल जगदीश मुखी और मेघालय के राज्यपाल तथागत राय शामिल हुए.
इस बैठक में केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा भी मौजूद थे. बैठक की अध्यक्षता झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने की. आदिवासी बहुल राज्यों में आदिवासियों का कल्याण, विकास कैसे हो उनकी मौजूदा स्थिति में कैसे सुधार लाया जाए इसपर इस चर्चा हुई. इसी के लिए ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस सब ग्रुप कमेटी का गठन किया था.
आदिवासियों को मुख्यधारा में अच्छे से कैसे लाया जाए, उनकी आर्थिक स्थिति कैसे अच्छी की जाए, शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उनको कैसे आगे बढ़ाया जाए सहित कई अहम मुद्दों पर इस बैठक में चर्चा हुई. आज के बैठक में उन सभी राज्यों के राज्यपाल मौजूद है जो आदिवासी बहुल इलाके हैं. सूत्रों के अनुसार बैठक में एक रिपोर्ट तैयार की गई है कि आदिवासियों के उत्थान के लिए और क्या कुछ करने की जरूरत है. इस रिपोर्ट को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास भेजा जाएगा और नवंबर में वह इस रिपोर्ट पर अंतिम निर्णय लेंगे.
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बता दें ग्रुप ऑफ गवर्नर ऑन ट्राईबल अफेयर्स इस सब ग्रुप कमिटी का नाम दिया गया है. बैठक के बाद झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि सभी राज्यों के राज्यपालों का पांच ग्रुप बनाया गया है, जिसमें मुझे जनजाति विकास को लेकर काम सौंपा गया है. 7 से 9 नवंबर तक दिल्ली में होने वाली राज्यपालों की बैठक में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को हम अपना रिपोर्ट सौंपेंगे. आज की बैठक में जनजातियों की शिक्षा, रोजगार आर्थिक और सामाजिक रूप से उनको कैसे मजबूत किया जाए इस पर बैठक हुई.