नई दिल्ली : ईरानी जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के बाद अमेरिका और ईरान में बढ़ते तनाव के बीच, भारत ने दोनों देश के बीच जल्द ही रिश्ते समान्य होने की कामना की है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को मीडिया कॉन्फ्रेंस में कहा, ' हम अमेरिका और ईरान के बीच तेजी से बदल रहे हालात पर बहुत बारीकी से नजर बनाकर रख रहे हैं.' उन्होंने जोर देकर कहा कि दोनों देशों के बीच शांति भारत के लिए काफी मायने रखती है.
रवीश कुमार ने दावा किया, 'हमारे विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने दोनों देशों के बीच उभरे गतिरोध के मद्देनजर ईरान, ओमान, कतर और संयुक्त राज्य अमेरिका के अपने समकक्षों से बात की है.' उनके मुताबिक ये ऐसे नेता हैं, जो इस क्षेत्र में उपजी नई स्थिति जैसे हालात में बड़ी भूमिका निभाते रहे हैं.
ऐसा माना जा रहा है कि ईरान-यूएसए में टकराव से भारत की अर्थव्यवस्था, जो पहले से ही मंदी की चपेट में है, और गहरे संकट में आ जाएगी.
गौरतलब है कि ईरानी जनरल सुलेमानी की हत्या के बाद से ही कच्चे तेल और सोने के बाजार में तेजी देखी जा रही है.
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आपको बता दें कि भारत अपनी ऊर्जा जरूरतों का 84 फीसद आयात पर निर्भर करता है और सबसे अधिक खाड़ी देशों से आयात करता है.
संभावना व्यक्त की जा रहा है कि ईरान और अमेरिका के बीच किसी प्रकार का टकराव, भारत के लिए एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है.
कई अर्थशास्त्रियों का मानना है कि ईरान और अमेरिका के बीच शांति और स्थिरता ही भारत के आर्थिक हित में है.