नई दिल्ली : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा पर विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने मीडिया को बताया कि दोनों देशों के बीच सुरक्षा और रक्षा पर एक विचार थे. दोनों का मानना था कि उनकी एक मजबूत रणनीतिक साझेदारी है, जो अब एक व्यापक वैश्विक साझेदारी के रूप में जानी जाती है.
ट्रंप के भारत दौरे के संबंध में शृंगला ने बताया कि भारत-अमेरिका के बीच पांच मुख्य क्षेत्रों- सुरक्षा, रक्षा, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, देशों की जनता के स्तर पर संपर्क को लेकर बातचीत हुई.
उन्होंने कहा कि व्यापार को लेकर दोनों नेताओं (पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप) ने फैसला किया कि हम जल्द से जल्द चल रही चर्चाओं को समाप्त करें और इसे एक कानूनी जामा पहनाकर अंतिम रूप दें.
विदेश सचिव ने कहा कि दोनों नेताओं के बीच लोगों के संबंधों के पहलुओं पर भी चर्चा हुई. संयुक्त राज्य में भारतीय मूल का एक जीवंत समुदाय है, जो वहां के समाज और अर्थव्यवस्था दोनों में अहम योगदान देता है.
उन्होंने कहा कि इस साझेदारी में दोनों देशों के बीच आदान-प्रदान की एक असाधारण वृद्धि के साथ-साथ विभिन्न सुरक्षा डोमेन में सहयोग शामिल है.
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हर्षवर्धन ने कहा कि व्यापार पर उपयोगी और व्यापक चर्चा हुई. इस बात की सराहना हुई कि पिछले कुछ वर्ष में यह लगातार साल दर साल बढ़ता गया, भारत में अमेरिकी निर्यात में काफी वृद्धि हुई.
उन्होंने बताया कि कुछ साल पहले व्यापार संतुलन में 30 अरब डॉलर से 25 अरब डॉलर तक की गिरावट देखी गई थी. लेकिन धीरे-धीरे व्यापार में अधिक संतुलन देखने को मिला.