श्रीनगर : आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हुए सहायक उप-निरीक्षक बाबू राम ने जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) में 18 साल सेवा दी. इस दौरान वह आतंकवाद रोधी कई अभियानों में अग्रिम मोर्चे पर रहे थे. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
श्रीनगर के पांथा चौक में रविवार को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों से लोहा लेते हुए वह शहीद हो गए. मुठभेड़ में तीनों आतंकवादी भी मारे गए.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुंछ जिले के रहने वाले राम ने 30 जुलाई, 1999 में कांस्टेबल के तौर पर सेवा शुरू की थी और एसओजी को चुना था. उन्हें प्रशिक्षण के बाद 27 जुलाई, 2002 को एसओजी श्रीनगर में तैनात किया गया था.
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पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबू राम कुछ समय पहले लाल चौक में नागरिकों को सुरक्षित रूप से निकालते समय आतंकियों से मुठभेड़ में घायल हो गए थे लेकिन स्वस्थ्य होने के बाद फिर सेवा में आ गए.
अधिकारी के मुताबिक श्रीनगर में विभिन्न आतंकवाद रोधी अभियानों में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें दो बार समय से पहले पदोन्नति दी गई थी.