नई दिल्ली : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट का कई सामाजिक संगठनों ने विरोध किया है. इस क्रम में बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर अलग-अलग सामाजिक संगठनों के लोगों ने एक संयुक्त विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया.
दरअसल इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से अखिल भारतीय किसान सभा, स्वराज अभियान, युवा हल्ला बोल, सेतु इत्यादि जैसे कुल 30 संगठनों ने अपनी सहभागिता दिखाई. मोदी सरकार के इस बजट को सिरे से खारिज करते हुए सरकार की नीतियों के विरोध में संगठन से जुड़े नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस रैली को संबोधित किया.
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के सह-संयोजक और स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव भी इस विरोध प्रदर्शन में उपस्थित थे.
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मीडिया से बातचीत में योगेंद्र यादव ने जानकारी दी कि मोदी सरकार के किसान विरोधी बजट के विरोध में अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति 13 फरवरी को देशभर में बड़ा विरोध प्रदर्शन आयोजित करने जा रहा है. अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव और सीपीएम के वरिष्ठ नेता हन्नान मोल्लाह इस विरोध प्रदर्शन के मुख्य आयोजकों में से एक थे.
ईटीवी भारत से बातचीत में हन्नान मोल्लाह ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि इस बजट में किसान, मजदूर, युवा और ग्रामीण क्षेत्र के बजट को घटाया गया है, न कि बढ़ाया गया है.
हनान मोल्लाह ने आरोप लगाया है कि यह बजट केवल अमीरों व उद्योगपतियों को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है और उन्हीं को लाभ पहुंचाएगा.