ETV Bharat / bharat

आत्मनिरीक्षण की बहस में मनमोहन सिंह को लाने की कोशिश निंदनीय : सातव

पार्टी नेताओं की आलोचनाओं का सामना कर रहे पार्टी नेता राजीव सातव ने कहा कि पार्टी में आत्मनिरीक्षण की बहस में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम खींचने की दुर्भावनापूर्ण कोशिशें निंदनीय हैं.मैं डॉ सिंह को बहुत सम्मान देता हूं. वह आलोचनाओं से परे हैं.

author img

By

Published : Aug 2, 2020, 1:13 PM IST

rajiv satav
नेता राजीव सातव

नई दिल्ली : कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों की बैठक में अपनी टिप्पणियों के लिए पार्टी नेताओं की आलोचनाओं का सामना कर रहे राजीव सातव ने शनिवार को कहा कि पार्टी में आत्मनिरीक्षण की बहस में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम खींचने की दुर्भावनापूर्ण कोशिशें निंदनीय हैं.

सातव ने पार्टी के राज्यसभा सदस्यों की बैठक में यूपीए सरकार के दौरान पार्टी के शासनकाल पर आत्मनिरीक्षण करने की बात कही थी जिसके बाद वह वरिष्ठ नेताओं के निशाने पर आ गए.

महाराष्ट्र से आने वाले राज्यसभा सदस्य ने कहा कि उन्होंने कभी मनमोहन सिंह की नेतृत्व क्षमता पर सवाल नहीं उठाया. सातव ने ट्वीट किया कि इस चर्चा में डॉ मनमोहन सिंह का नाम खींचने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास निंदनीय है.

उन्होंने अपनी टिप्पणियों का बचाव करते हुए कहा, 'मेरी टिप्पणियों को यूपीए-2 के शासनकाल में डॉ सिंह के नेतृत्व से जोड़कर देखना गलत है और तथ्यों को पूरी तरह से गलत रूप में पेश करना है. मैं डॉ सिंह को बहुत सम्मान देता हूं. वह आलोचनाओं से परे हैं.'

पढ़ें : नड्डा का मनमोहन सिंह पर पलटवार- सैकड़ों वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को दी

कांग्रेस के गुजरात मामलों के प्रभारी सातव ने कहा कि सिंह ने एक आधुनिक भारत के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दिया है और हमेशा उच्च सम्मान के अधिकारी रहेंगे.

उन्होंने कहा, 'मैं अपनी टिप्पणियों पर या अन्य सम्मानित सहयोगियों के बयानों पर पार्टी के आंतरिक मंचों पर ही बात करूंगा.'

सातव ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ राज्यसभा सदस्यों की बैठक को अत्यंत सकारात्मक बताया.

नई दिल्ली : कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों की बैठक में अपनी टिप्पणियों के लिए पार्टी नेताओं की आलोचनाओं का सामना कर रहे राजीव सातव ने शनिवार को कहा कि पार्टी में आत्मनिरीक्षण की बहस में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम खींचने की दुर्भावनापूर्ण कोशिशें निंदनीय हैं.

सातव ने पार्टी के राज्यसभा सदस्यों की बैठक में यूपीए सरकार के दौरान पार्टी के शासनकाल पर आत्मनिरीक्षण करने की बात कही थी जिसके बाद वह वरिष्ठ नेताओं के निशाने पर आ गए.

महाराष्ट्र से आने वाले राज्यसभा सदस्य ने कहा कि उन्होंने कभी मनमोहन सिंह की नेतृत्व क्षमता पर सवाल नहीं उठाया. सातव ने ट्वीट किया कि इस चर्चा में डॉ मनमोहन सिंह का नाम खींचने का दुर्भावनापूर्ण प्रयास निंदनीय है.

उन्होंने अपनी टिप्पणियों का बचाव करते हुए कहा, 'मेरी टिप्पणियों को यूपीए-2 के शासनकाल में डॉ सिंह के नेतृत्व से जोड़कर देखना गलत है और तथ्यों को पूरी तरह से गलत रूप में पेश करना है. मैं डॉ सिंह को बहुत सम्मान देता हूं. वह आलोचनाओं से परे हैं.'

पढ़ें : नड्डा का मनमोहन सिंह पर पलटवार- सैकड़ों वर्ग किलोमीटर जमीन चीन को दी

कांग्रेस के गुजरात मामलों के प्रभारी सातव ने कहा कि सिंह ने एक आधुनिक भारत के निर्माण में बहुत बड़ा योगदान दिया है और हमेशा उच्च सम्मान के अधिकारी रहेंगे.

उन्होंने कहा, 'मैं अपनी टिप्पणियों पर या अन्य सम्मानित सहयोगियों के बयानों पर पार्टी के आंतरिक मंचों पर ही बात करूंगा.'

सातव ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ राज्यसभा सदस्यों की बैठक को अत्यंत सकारात्मक बताया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.