ETV Bharat / bharat

दो अलगाववादियों की घोषणा पर मणिपुर सरकार सख्त, राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का केस दर्ज

मणिपुर सरकार ने उन दो असंतुष्ट नेताओं पर राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मामला दर्ज किया है, जिन्होंने राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का प्रतिनिधित्व करने का दावा पेश किया है और ब्रिटेन में 'निर्वासन में मणिपुर सरकार की शुरुआत' की घोषणा की है. यही नहीं वरन खुद राजा लेशेम्बा ने भी अलगाववादियों के इस कृत्य की कड़ी निंदा की है. विस्तार से पढ़ें पूरी खबर...

कॉन्सेप्ट इमेज
author img

By

Published : Oct 30, 2019, 8:39 AM IST

Updated : Oct 30, 2019, 6:06 PM IST

इम्फाल/लंदन : मणिपुर सरकार ने दो असंतुष्ट नेताओं - याम्बेन बिरेन व नरेंगबाम समरजीत की घोषणा पर गंभीर रुख अख्तियार किया है, जिन्होंने राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हुए ब्रिटेन में 'निर्वासन में मणिपुर सरकार' की शुरुआत की बात कही है.

मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने बुधवार को कहा, 'सरकार ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और दोनों पर राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मामला दर्ज किया गया है. मामले की तत्काल जांच के लिए विशेष अपराध शाखा को सौंप दिया गया है.'

वहीं मणिपुर के महाराजा राजा लेशेम्बा सनाजाओबा (King Leishemba Sanajaoba) ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं, यह चौंकाने वाला है कि उन्होंने मेरा नाम घसीटा. इससे समाज पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.'

manipur govt in exile etv bharat
मणिपुर के महाराजा राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का बयान

इसके पूर्व याम्बेन बिरेन व नरेंगबाम समरजीत ने लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान खुद को राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का प्रतिनिधि करार देते हुए ब्रिटेन में 'निर्वासन में मणिपुर सरकार की शुरुआत' की घोषणा की.

याम्बेन बिरेन ने प्रेस कांफ्रेंस में खुद को 'मणिपुर स्टेट काउंसिल का मुख्यमंत्री' और नरेंगबाम समरजीत ने 'मणिपुर स्टेट काउंसिल का रक्षा और विदेश मंत्री' होने का दावा किया.

दोनों अलगाववादी नेताओं ने यह भी दावा किया कि वे 'मणिपुर के महाराजा' की ओर से बोल रहे हैं और औपचारिक तौर पर निर्वासन में 'मणिपुर स्टेट काउंसिल' की सरकार शुरू कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें : 100 करोड़ की हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार, मणिपुर से लाते थे ड्रग्स

बिरेन और समरजीत ने इस दौरान दस्तावेज भी पेश किए, जिनमें यह दिखाया गया है कि इस साल अगस्त में उन्हें राजनीतिक रूप से ब्रिटेन में शरण मिली है.

इम्फाल/लंदन : मणिपुर सरकार ने दो असंतुष्ट नेताओं - याम्बेन बिरेन व नरेंगबाम समरजीत की घोषणा पर गंभीर रुख अख्तियार किया है, जिन्होंने राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का प्रतिनिधित्व करने का दावा करते हुए ब्रिटेन में 'निर्वासन में मणिपुर सरकार' की शुरुआत की बात कही है.

मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह ने बुधवार को कहा, 'सरकार ने इसे बहुत गंभीरता से लिया है और दोनों पर राज्य के खिलाफ युद्ध छेड़ने का मामला दर्ज किया गया है. मामले की तत्काल जांच के लिए विशेष अपराध शाखा को सौंप दिया गया है.'

वहीं मणिपुर के महाराजा राजा लेशेम्बा सनाजाओबा (King Leishemba Sanajaoba) ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं, यह चौंकाने वाला है कि उन्होंने मेरा नाम घसीटा. इससे समाज पर नाकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.'

manipur govt in exile etv bharat
मणिपुर के महाराजा राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का बयान

इसके पूर्व याम्बेन बिरेन व नरेंगबाम समरजीत ने लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान खुद को राजा लेशेम्बा सनाजाओबा का प्रतिनिधि करार देते हुए ब्रिटेन में 'निर्वासन में मणिपुर सरकार की शुरुआत' की घोषणा की.

याम्बेन बिरेन ने प्रेस कांफ्रेंस में खुद को 'मणिपुर स्टेट काउंसिल का मुख्यमंत्री' और नरेंगबाम समरजीत ने 'मणिपुर स्टेट काउंसिल का रक्षा और विदेश मंत्री' होने का दावा किया.

दोनों अलगाववादी नेताओं ने यह भी दावा किया कि वे 'मणिपुर के महाराजा' की ओर से बोल रहे हैं और औपचारिक तौर पर निर्वासन में 'मणिपुर स्टेट काउंसिल' की सरकार शुरू कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें : 100 करोड़ की हेरोइन के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार, मणिपुर से लाते थे ड्रग्स

बिरेन और समरजीत ने इस दौरान दस्तावेज भी पेश किए, जिनमें यह दिखाया गया है कि इस साल अगस्त में उन्हें राजनीतिक रूप से ब्रिटेन में शरण मिली है.

ZCZC
PRI GEN INT
.LONDON FGN78
UK-MANIPUR-SEPARATISTS
Two Manipur separatists announce 'Manipur govt in exile' in UK
By H S Rao
         London, Oct 29 (PTI) Two dissident leaders from Manipur claiming to represent King Leishemba Sanajaoba on Tuesday announced the launch of the "Manipur Government in exile" here in the UK.
         Addressing a press conference, Yamben Biren, claiming to be the "Chief Minister of Manipur State Council" and Narengbam Samarjit, claiming to be the "Minister of External Affairs and Defence of Manipur State Council" said they were speaking on behalf of the 'Maharaja of Manipur' to formally launch the government-in-exile -- "The Manipur State Council".
         There was no immediate comment from the High Commission of India here.
         Biren and Samarjit produced documents to show they have been granted political asylum in the UK in August this year.
         They said after getting their asylum status in the UK, "the de jure government is shifted from Manipur to London".
         "We believe that now is the right time to make public the Independent Government of Manipur before the international community and seek recognition. We call on all the Governments of the sovereign states of the members of the United Nations for their recognition of the de jure and exile Government of the Manipur from today onwards.
         "The three million Manipuri people want recognition as one of the Precious Native Nations. Our attempts to engage with the Indian government were met with hate and hostilities," they claimed.
         They claimed there are "more than 1,528 cases of the extra judicial killing which are pending before the Supreme Court of India".
         The duo claimed the "State of Manipur is a de jure Government formed in Manipur under the Manipur State Constitution Act 1947. It received independence from the British Raj on August 14, 1947. They claimed the sovereign State of Manipur was excluded from India by the Order in Council by his Majesty on 27 December 1946 and the Indian Government annexed Manipur State of India by violation of the Act 1949".
         The two leaders said that they would make an appeal to Queen Elizabeth II and after getting an order from the Privy Council they would move the United Nations for recognition. PTI HSR AKJ
CPS
10300000
NNNN
Last Updated : Oct 30, 2019, 6:06 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.