लखनऊ : तेरे चेहरे से नजर नहीं हटती, नजारे हम क्या देखें...चांद सी मेरी महबूबा हो ऐसा तुमने सोचा है...उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में कोरोना से हुई पति की मौत के बाद शव के सामने बदहवास पत्नी प्यार के तराने गाती रही...आंसू तो सूख चुके थे, लेकिन याद थी अस्पताल में हुई वह पहली मुलाकात, जिसके बाद दोनों ने एक-दूसरे के साथ जिंदगी बिताने की कसमें खाई थीं. पति के शव पर पत्नी यह तराने इसलिए सुनाती रही कि पति ने पहली मुलाकात में उसे यह गाने सुनाए थे...
सामने कफन में लिपटा पति का शव, और करुण स्वर में गाना गाती पत्नी. यह वाकई में भावुक कर देने वाला नजारा था, जिसे देखने और सुनने वाला हर शख्स की आंखों से आंसू आ गए.
गौरतलब है कि बजीर अहमद नाम का यह शख्स कोरोना से संक्रमित था. 35 साल के बजीर की संक्रमण के चलते मौत हो गई.
पति के जाने के गम में पत्नी अपनी सुध बुध ही खो बैठी. उसकी हालत ऐसी हो गई कि वह शव को निहारते हुए प्यार भरे गाने गाती रही. वह आस-पास मौजूद लोगों को करुणा स्वर में अपनी लव स्टोरी सुना रही थी.
आपको बता दें बजीर की लव मैरिज हुई थी. पहली बार बजीर से मुलाकात को याद कर गाने गाते-गाते पत्नी यह भी कह रही थी कि अगर तुमको कोरोना था तो मुझे क्यों नहीं हुआ?
इस दौरान पत्नी के मुंह से प्यार और करुणा भरी यह कहानी सुनकर हर किसी की आंखों में आंसू आ रहे थे. लाचार पत्नी अंत समय में अपने पति के समीप भी न जा सकी.