कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि राज्य में एक जून से धार्मिक स्थल खोल दिए जाएंगे, लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा.
ममता ने शुक्रवार को यहां प्रेस कॉन्फ्रेंस में लॉकडाउन में कुछ राहतों की जानकारी देते हुए यह घोषणा की. उन्होंने कहा कि एक जून से सभी धार्मिक स्थल पूर्वाह्न 10 बजे से खोले जाएंगे. लेकिन एक साथ 10 से अधिक लोगों को किसी धार्मिक स्थल में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी. धार्मिक स्थलों पर कोई सभा भी नहीं होगी.
ममता ने इस दौरान केंद्र सरकार पर आरोप लगाया, 'वह जिन मजदूरों को भेज रही है, उन्हें न तो खाना दे रही है और न ही पानी. हम सभी प्रवासी मजदूरों को वापस बुलाना चाहते हैं. लेकिन आप सभी मजदूरों को एक साथ भेज देंगे तो समस्या होगी.'
उन्होंने कहा, 'एक साथ सब मजदूरों को ट्रेन में भेज दिया जाएगा तो इससे कोरोना और बढ़ेगा. उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि प्रवासी मजदूर वापस आएं, लेकिन इस तरह से मजदूरों को भेजने से कोरोना और अधिक फैलेगा.'
उन्होंने कहा, 'हमने पूरी प्लानिंग कर केंद्र सरकार से 295 ट्रेनों की मांग की. हमें मालूम है हमारी क्षमता कितनी है, हम कितने लोगों को क्वारंटाइन कर सकते हैं. कितने लोगों का इलाज कर सकते हैं.'
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इस दौरान उन्होंने बताया कि हाल में राज्य में चक्रवात अम्फान के कारण मरने वालों की संख्या बढ़कर 98 हो गई है.