कोलकता : कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पिछले कई दिनों से बाजारों में जाकर लोगों को एक-दूसरे से भौतिक दूरी बनाए रखने का तरीका समझा रही हैं.
ममता बाजार पहुंचती हैं और ईंट-पत्थर का कोई टुकड़ा उठाकर अपने इर्द-गिर्द एक गोला खींच लेती हैं. वह एक के बाद एक गोला खींचकर लोगों को समझाती हैं कि कोरोना वायरस के चलते इस तरह एक-दूसरे से भौतिक दूरी बनाकर रखी जा सकती है.
ऐसा ही एक दृश्य पोस्ता बाजार में देखने को मिला. कोई उनकी बात का बुरा नहीं मानता और लोग चुपचाप गोलों में आकर खड़े हो जाते हैं. कई लोग एक डिपार्टमेंटल स्टोर के बाहर खुद ही गोले खींचने लगे और उनमें खड़े होकर आवश्यक सामान खरीदने के लिए धैर्य के साथ अपनी बारी का इंतजार करने लगे.
बनर्जी ने अपने हाथ पर लगी धूल को अपनी सफेद साड़ी से पोछा और अस्पतालों का निरीक्षण करने के लिए अपनी कार की तरफ बढ़ गईं.
मुख्यमंत्री स्थिति की समीक्षा करने और सम्मेलनों को संबोधित करने के साथ ही पिछले तीन सप्ताह से नियमित तौर पर लोगों को भौतिक दूरी बनाए रखने के तरीके समझाने का काम कर रही हैं.
पश्चिम बंगाल में अब तक कोराना वायरस के 26 मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से तीन लोगों की मौत हो चुकी है.
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता कहा कि तृणमूल कांग्रेस का मतलब है ममता बनर्जी. हालांकि सभी राजनीतिक दल पार्टी लाइन से ऊपर उठकर महामारी से मिलकर लड़ रहे हैं. यह केंद्र और सभी राज्य सरकारों के लिए मानवता की भावना के साथ अपना प्रशासनिक कौशल दिखाने का अवसर है.
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उन्होंने कहा, 'हमारा मानना है कि इस मामले में दीदी (बनर्जी) अन्य लोगों से कहीं आगे हैं.'
कोरोना वायरस से लड़ने में बनर्जी की तारीफ उनके धुर विरोधी भी कर रहे हैं. माकपा के राज्य सचिव सूर्यकांत मिश्र ने माना कि राज्य सरकार कोरोना वायरस से निबटने के लिए अच्छा काम कर रही है और उनकी पार्टी सरकार के साथ खड़ी है.