कोलकाता : पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन की अवधि को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कुछ रियायतें देने की घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सरकार केंद्र द्वारा प्रस्तावित रात्रि कर्फ्यू राज्य में लागू नहीं करेंगी.
ममता ने कहा, ''केंद्र ने हमें शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक कर्फ्यू लगाने को कहा है, लेकिन लॉकडाउन में रहेंगे, इसलिए मैं लोगों पर 'कर्फ्यू' शब्द नहीं थोपना चाहती. मैं सभी से मानदंडों का पालन करने का आग्रह करती हूं. हम किसी कर्फ्यू को लागू नहीं करेंगे और लॉकडाउन पहले की तरह जारी रहेगा.''
बनर्जी ने कहा कि फेरी वालों, सैलून और पार्लर मालिकों को कुछ शर्तों के साथ 27 मई से अपनी दुकानें फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी.
राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार, निजी कार्यालय, यहां तक कि जो शॉपिंग मॉल के अंदर भी स्थित हैं, 50% स्टाफ के साथ काम करने की अनुमति दी है. इसके अलावा राज्य में 21 मई से अंतर जनपदीय बसों की अनुमति दी जाएगी.
इसी क्रम में 27 मई से 2 पीपीएल के साथ ऑटो-रिक्शा संचालित हो सकते हैं.
उन्होंने कहा कि प्रवासी श्रमिकों को वापस लाने के लिए पहले ही 105 श्रमिक विशेष ट्रेनों की मांग कर चुके हैं और उनकी सरकार अगले कुछ दिन में रेलवे से 120 और श्रमिक विशेष ट्रेनों को दिए जाने का अनुरोध करेगी.
उन्होंने कहा, 'हम आधिकारिक तौर पर रात्रि कर्फ्यू लगाने की घोषणा नहीं कर रहे हैं क्योंकि लोग पहले से ही बहुत तनाव में हैं. हम उनकी परेशानियों को नहीं बढ़ाना चाहते हैं, लेकिन हम लोगों से शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक अपने घरों से बाहर नहीं निकलने का अनुरोध करेंगे, नहीं तो पुलिस कार्रवाई करेगी.'
पढ़ें - लॉकडाउन के नए दिशानिर्देशों में आरोग्य सेतु एप की अनिवार्यता समाप्त
बनर्जी ने कहा कि निषिद्ध क्षेत्रों को तीन जोन में बांटा जाएगा-प्रभावित क्षेत्र, बफर क्षेत्र और अप्रभावित क्षेत्र.
उन्होंने कहा, 'पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन 31 मई तक जारी रहेगा. लेकिन कुछ रियायतें दी जाएंगी. फेरी वालों को 27 मई से अपनी दुकानें फिर से खोलने की अनुमति दी जाएगी. अंतर जिला बस सेवा भी शुरू होगी.'