मुंंबई : महाराष्ट्र में राजनीतिक असमंजस की स्थिति बनी हुई है. शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे सेना भवन पहुंचे हैं. उनके अलावा आदित्य ठाकरे भी सेना भवन में मौजूद हैं. इससे पहले संजय राउत ने कहा कि भाजपा को शिवसेना के पास तभी आना चाहिए जब वह महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री का पद अपनी सहयोगी पार्टी के साथ साझा करने के लिए तैयार हो.
उन्होंने कहा कि सीएम पद को लेकर कोई समझौता नहीं होगा. पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे सेना भवन पहुंचे हैं. राउत ने कहा कि चुनाव से पहले अमित शाह के सामने ही सब बातें हुई थीं और उन्हें सब कुछ मालूम है.
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि यहां पर कर्नाटक पैटर्न नहीं चलेगा, जिसके पास बहुमत होगा वह सरकार बनाएगा. उन्होंने आगे कहा कि भाजपा राष्ट्रपति शासन लगाना चाहती है, लेकिन यह गलत है और संविधान के खिलाफ है.
राउत ने कहा कि भाजपा को 'कार्यवाहक' सरकार के प्रावधान का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए और महाराष्ट्र में सत्ता में बने रहना चाहिए.
शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल (नौ नवंबर को) समाप्त हो रहा है.
गौरतलब है कि संजय राउत ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक ट्वीट पोस्ट किया था. उस ट्वीट के बारे में बताते हुए कहा कि हम भागेंगे नहीं और लड़ते रहेंगे और जीत भी हासिल करेंगे.
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता नितिन गडकरी के मुंबई दौरे और सरकार गठन पर जारी गतिरोध को तोड़ने के लिए 'मातोश्री' (ठाकरे परिवार का आवास) जाने की संभावना को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में राउत ने कहा कि भाजपा को शिवसेना का रुख तभी करना चाहिए जब वह मुख्यमंत्री पद साझा करने को तैयार हो.
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उन्होंने पूछा, 'गडकरी मुंबई के निवासी हैं. उनका यहां आना कोई बड़ी बात नहीं है. वह अपने घर जाएंगे. क्या उन्होंने आपको बताया कि वह शिवसेना को ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री पद देने के संबंध में पत्र ला रहे हैं?'