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यौन उत्पीड़न पर चुप्पी तोड़ने वाली महिलाओं पर उंगली उठाना हास्यास्पद : महापात्रा

गायिका सोना महापात्रा ने कहा कि संगीतकार अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं का साथ देने के बजाए उल्टा उन पर उंगली उठाना हास्यास्पद है. दरअसल मलिक पर यौन उत्पीड़न के आरोप पिछले साल लगे थे जिसके बाद उन्हें गीत संगीत के रिएलिटी शो के जज पद से हटा दिया गया था लेकिन इस वर्ष सितंबर में उन्हें फिर से शो में शामिल कर लिया गया था.

गायिका सोना महापात्रा
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Published : Nov 7, 2019, 12:04 AM IST

मुंबई : गायिका सोना महापात्रा ने कहा कि संगीतकार अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं का साथ देने के बजाए उल्टा उन पर उंगली उठाना हास्यास्पद है.

बता दें कि महापात्रा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस बात को ले कर संशय है कि क्या रिएलिटी शो के आयोजक मलिक को जज के पद से हटाएंगे.

मलिक से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

मलिक ने कहा, 'आपने शो देखा है?आपने टीआरपी देखी है? कोई टिप्पणी नहीं.'

दरअसल मलिक पर यौन उत्पीड़न के आरोप पिछले साल लगे थे जिसके बाद उन्हें गीत संगीत के रिएलिटी शो के जज पद से हटा दिया गया था लेकिन इस वर्ष सितंबर में उन्हें फिर से शो में शामिल कर लिया गया था.

पढे़ं : आवास क्षेत्र को सरकार का पैकेज : अटकीं परियोजनाओं के लिए 25 हजार करोड़ रुपये का कोष

गायिका सोना महापात्रा, नेहा भसीन और श्वेता पंडित ने अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. गायिका हेमा सरदेसाई मलिक के बचाव में उतर आई हैं. उन्होंने कहा कि मलिक के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिलाएं इतने साल तक खामोश क्यों रहीं?

सरदेसाई ने कहा,'क्या आप सब यह कहना चाह रही हैं कि अन्य जितने भी संगीतकारों के साथ आपने काम किया है, वे सब भगवान थे। अगर आप प्रचार पाने के लिए उन पर पत्थर फेंक रहीं हैं,तो यह स्वीकार्य नहीं....मेरा मतलब है कि ताली दोनों हाथ से बजती है.'

सरदेसाई ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि उन्होंने अपने काम के लिए अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया। सरदेसाई ने मलिक के बनाए कई गाने गाए हैं.

सरदेसाई के इस बयान से विवाद बढ़ गया है.

महापात्रा ने इसके जवाब में ट्वीट किया, गुजरे जमाने की गयिका का इंडियामीटू में अपनी बात रखने वाली सभी महिलाओं पर उल्टा उंगली उठाना हास्यास्पद है, ये बेतुका है. मेरी राय में इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए.'

नेहा भसीन ने भी सरदेसाई के पोस्ट के जवाब में मंगलवार को ट्वीट किया, 'ताली दो हाथ से बजती है? आपके लिए तालियां. अनु मलिक के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बोल कर कौन प्रचार पाना चाहता है. आपके साथ अच्छा बर्ताव हुआ, सिर्फ इसके लिए हमें दूसरों को संरक्षण नहीं देना चाहिए.

मुंबई : गायिका सोना महापात्रा ने कहा कि संगीतकार अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली महिलाओं का साथ देने के बजाए उल्टा उन पर उंगली उठाना हास्यास्पद है.

बता दें कि महापात्रा का यह बयान ऐसे समय में आया है जब इस बात को ले कर संशय है कि क्या रिएलिटी शो के आयोजक मलिक को जज के पद से हटाएंगे.

मलिक से जब इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया.

मलिक ने कहा, 'आपने शो देखा है?आपने टीआरपी देखी है? कोई टिप्पणी नहीं.'

दरअसल मलिक पर यौन उत्पीड़न के आरोप पिछले साल लगे थे जिसके बाद उन्हें गीत संगीत के रिएलिटी शो के जज पद से हटा दिया गया था लेकिन इस वर्ष सितंबर में उन्हें फिर से शो में शामिल कर लिया गया था.

पढे़ं : आवास क्षेत्र को सरकार का पैकेज : अटकीं परियोजनाओं के लिए 25 हजार करोड़ रुपये का कोष

गायिका सोना महापात्रा, नेहा भसीन और श्वेता पंडित ने अनु मलिक के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं. गायिका हेमा सरदेसाई मलिक के बचाव में उतर आई हैं. उन्होंने कहा कि मलिक के खिलाफ आरोप लगाने वाली महिलाएं इतने साल तक खामोश क्यों रहीं?

सरदेसाई ने कहा,'क्या आप सब यह कहना चाह रही हैं कि अन्य जितने भी संगीतकारों के साथ आपने काम किया है, वे सब भगवान थे। अगर आप प्रचार पाने के लिए उन पर पत्थर फेंक रहीं हैं,तो यह स्वीकार्य नहीं....मेरा मतलब है कि ताली दोनों हाथ से बजती है.'

सरदेसाई ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा कि उन्होंने अपने काम के लिए अपने मूल्यों से कभी समझौता नहीं किया। सरदेसाई ने मलिक के बनाए कई गाने गाए हैं.

सरदेसाई के इस बयान से विवाद बढ़ गया है.

महापात्रा ने इसके जवाब में ट्वीट किया, गुजरे जमाने की गयिका का इंडियामीटू में अपनी बात रखने वाली सभी महिलाओं पर उल्टा उंगली उठाना हास्यास्पद है, ये बेतुका है. मेरी राय में इसे कभी गंभीरता से नहीं लिया जाना चाहिए.'

नेहा भसीन ने भी सरदेसाई के पोस्ट के जवाब में मंगलवार को ट्वीट किया, 'ताली दो हाथ से बजती है? आपके लिए तालियां. अनु मलिक के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर बोल कर कौन प्रचार पाना चाहता है. आपके साथ अच्छा बर्ताव हुआ, सिर्फ इसके लिए हमें दूसरों को संरक्षण नहीं देना चाहिए.

Intro:New Delhi: Amid speculations that Government of India and National Socialist Council of Nagaland (NSCN-IM) would sign an accord to bring an end to the decades long peace talk, at the earliest, former Assam Chief Minister Tarun Gogoi on Wednesday cautioned that the accord should not be on the basis of compromising territorial integrity of Assam.


Body:"We also want that an accord should be signed with the NSCN. But that should not be on the basis of compromising the territorial integrity of Assam," said Gogoi in an exclusive interview to ETV Bharat.

Ever since the talks between the Naga insurgent outfits and Government of India was started decades ago, the NSCN-IM have been demanding inclusion of all Naga inhabited areas of Assam, Manipur and Arunachal Pradesh within "Greater Nagalim Area."

The centre, of course, ruled out any such possibility. Recently, an all party delegation from Manipur led by Manipur Chief Minister N Biren Singh called on Home Minister Amit Shah and expressed their concern. They also met Prime Minister Narendra Modi.

The delegation from Manipur has requested Shah that territorial integrity of Manipur should not be compromised.

"Assam Chief Minister Sarbananda Sonowal should also meet Home Minister with an all party delegation and expressed their concerns...but Assam CM is not at all bothered," said Gogoi.

In fact, there is an on going dispute over border land between Assam and Nagaland.

"The matter is in court and it is subjudice now. The government should not even talk of compromising territorial integrity of Assam," said Gogoi.

While talking to ETV Bharat, Gogoi also dwelt upon several other issues like National Register of Citizen (NRC) in Assam and Congress prospects in the state.

He has also opposed to the statement given by Chief Justice of India Ranjan Gogoi that the present NRC papers could be future documents.

"In the final list of NRC names of many Indians have been excluded...how come it could be a future document. In fact, I have written a letter to CJI asking for his intervention by reviewing the whole issue so that people get justice," said Gogoi.

In a book release programme in the national capital recently Justice Ranjan Gogoi has reportedly said that NRC was a base document for the future. Justice Gogoi also hit out at the "armchair commentators" who "seek to present a highly distorted picture."

His statement, however, received criticism from different quarters.


Conclusion:However, talking on the present position of Congress in Assam, Gogoi said that the party would definitely revive its position.

Interestingly, a section of senior Congress leaders backed Tarun Gogoi for taking the charge of party leadership in the state.

"I have not yet discussed the matter with the party high command. But I am confident that of I take the responsibility I could revive the part," said Gogoi.

Gogoi had earlier said that due to the health concerned he will not be able to take an active role in politics.

end.
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