हैदराबाद : सैनिक शब्द अपने आप में बहादुर का समानार्थी है, सैनिक बहुत ही बहादुर होते हैं. भारतीय सेना के जवान हमारे देश की शान हैं और वो हमारे देश की रक्षा करते हैं. सैनिक देश हित कि प्रतिज्ञा लेते हैं और अपने कर्तव्य का पालन करते हैं. जवान अपनी जान की परवाह किए बिना देश के लिए लड़ते हैं. वे बलिदान की भावना के साथ इन लड़ाईयों को लड़ते हैं और देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान की कुर्बानी दे देते हैं. साल 2014 से अब तक कुल 738 जवानों ने देश के लिए शहादत ही है.
2014 से अब तक युद्ध में शहीद हुए जवानों का विवरण :-
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारतीय सेना और चीनी सेना के बीच कई बार झड़प हुई है, लेकिन हाल ही में हुई हिंसक झड़प के दौरान भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हुए.
वहीं नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पाकिस्तान द्वारा आए-दिन सीजफायर का उल्लंघन होता है और सेना के जवान पाकिस्तानी सेना को मुंह तोड़ जवाब भी देते हैं. इस दौरान कई जवान शहीद भी हो जाते हैं. साल 2014 अब तक संघर्षविराम के उल्लंघन का जवाब देते हुए 75 जवान शहीद हुए हैं.
2014 से अब तक संघर्षविराम के उल्लंघन का जवाब देते हुए शहीद हुए जवानों का विवरण :-
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने बताया कि 2017 से 2019 के बीच अर्धसैनिकों बलों के कुल 4,132 लोगों की ड्यूटी के दौरान मौत हुई.
उन्होंने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.
मंत्री ने कहा कि सीआरपीएफ के 1,597 लोगों की मौत हुई. उन्होंने बताया कि इस दौरान बीएसएफ के 725, सीआईएसएफ के 671, आईटीबीपी के 429, एसएसबी के 329 और असम राइफल्स के 381 कर्मियों की ड्यूटी के दौरान मौत हुई.