नई दिल्ली/पटना: केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के असंतुष्ट नेताओं ने एक नई पार्टी बनाने का ऐलान किया है. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि नेतृत्व ने पार्टी को 'प्राइवेट लिमिटेड कंपनी' में तब्दील कर दिया है.
गौरतलब है कि लोजपा के दो महासचिव सत्यानंद शर्मा और अनिल कुमार पासवान, कोषाध्यक्ष रमेश चंद्र कपूर के नेतृत्व में विद्रोह कर रहे इन नेताओं ने गुरूवार को लोजपा (सेक्युलर) बनाने का ऐलान कर दिया था.
इन दोनों नेताओं का आरोप है कि लोजपा ने अमीर और बाहरी उम्मीदवारों को टिकट दिये और पार्टी पर कब्जा बनाए रखने वाले परिवार के हितों को बढ़ाने तक सीमित कर लिया है.
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वहीं लोजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष और हाजीपुर सांसद पशुपति कुमार पारस ने इन गतिविधियों को खारिज किया. उन्होंने कहा कि शर्मा पर आरोप है कि वह पार्टी के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान की संसदीय सीट जमुई में लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.
इस बारे में पारस ने कहा कि जो भी उनके साथ होने का दावा कर रहे हैं. वे वास्तव में बहुत पहले ही पार्टी विरोधी गतिविधयों के आधार पर निष्कासित किए जा चुके हैं. पारस ने कहा कि शर्मा को यह भी बताना चाहिए कि जिस दिन उन्होंने स्वांग रचा था. उसी दिन पार्टी ने उन्हें निष्कासित करने का आदेश दिया था.