नई दिल्ली: चेयरमैन मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल सोसाइटी व चीफ एडवाइजर मुख्यमंत्री पंजाब रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल टीएस शेरगिल ने ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान बताया कि कोविड-19 का असर मिल्ट्री लिटरेचर फेस्टिवल पर भी पड़ा है. इस बार यह फेस्टिवल वर्चुअल होगा, जो 18 दिसंबर से 20 दिसंबर तक चलेगा और देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, पंजाब के राज्यपाल और यूटी प्रशासक वी पी सिंह बदनोर सहित सेना के कई पूर्व बड़े और मौजूदा अधिकारी भी शिरकत करेंगे.
उन्होंने बताया कि इस बार मिल्ट्री फेस्ट सबसे अलग होगा, कोविड-19 में भी फेस्ट को और बेहतर करने के लिए नया कंसेप्ट दिया है. दुनिया भर से ऑडियंस फेस्ट का हिस्सा बन सकेंगे. मिल्ट्री लिटरेचर फेस्टिवल का उद्घाटन 18 दिसंबर को सुबह होगा.
20 दिसंबर को होगा फेस्टिवल का समापन
उन्होंने बताया कि चिल्ड्रन संवाद में एयरपोर्ट्स लाइफ पर विंग कमांडर बी डी सिंह बच्चों से रूबरू हो रहे हैं, इसी के साथ मेक इन इंडिया माउंटेन एंड हाई एल्टीट्यूड पर लेफ्टिनेंट जीएस सीमा पहले ही बच्चों को प्रस्तुतियां दे रहे हैं. 20 दिसंबर को फेस्टिवल का समापन होगा.
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लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन
टीएस शेरगिल ने बताया कि चौथे मिलिट्री लिटरेचर फेस्टिवल को लोग घर बैठे ही देश के बहादुरों से जुड़ी यादों को मोबाइल पर देख सकेंगे. पंजाब सरकार मिल्ट्री लिटरेचर फेस्टिवल एसोसिएशन वेस्टर्न कमांड और चंडीगढ़ प्रशासन के सहयोग से मिलते लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन होगा. उन्होंने कहा कि बेशक इस बार फेस्टिवल वर्चुअल होने जा रहा है, लेकिन बीते सालों की तरह फेस्ट के रोमांच में कमी नहीं दिखेगी.
सैनिकों से सीधे बात करने का मौका
उन्होंने बताया कि इस फेस्टिवल के जरिए जहां बहादुर सैनिकों के जज्बे के किस्से देखने और सुनने को मिलेंगे. वहीं, चंडीगढ़ के अलावा पंजाब, हरियाणा, हिमाचल, जम्मू के सैकड़ों स्कूलों के बच्चों को फेस्टिवल का हिस्सा बनने के लिए निमंत्रण दिया गया है. बच्चों को देश के सैनिकों द्वारा सरहद पर लड़ी लड़ाई और बहादुरी दिखाने वाले सैनिकों से सीधे बातचीत करने का भी मौका मिलेगा.