ETV Bharat / bharat

पिल्लई की इस्लाम विरोधी टिप्पणी पर गुस्साई CPM, चुनाव आयोग से की कार्रवाई की मांग - इस्लाम विरोधी टिप्पणी

केरल भाजपा प्रदेशाध्यक्ष श्रीधरन पिल्लई अपनी इस्लाम विरोधी टिप्पणी को लेकर फंसते ही जा रहे हैं. CPM राष्ट्रीय सचिव के. नारायण ने उनके बयान की निंदा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इसके खिलाफ कदम उठाना चाहिए.

सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव के. नारायण और श्रीधरन पिल्लई (फाइल फोटो)
author img

By

Published : Apr 18, 2019, 8:59 PM IST

नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने केरल भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई की इस्लाम विरोधी टिप्पणी की निंदा की है. श्रीधरन पर आरोप है कि उन्होंने 14 अप्रैल को अट्टींगल लोकसभा सीट में चुनावी प्रचार के समय इस्लाम धर्म के खिलाफ टिप्पणी की.

दरअसल, श्रीधरन पिल्लई ने कहा था कि मुसलमानों को उनके कपड़े हटाकर पहचाना जा सकता है. भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में बोलते हुए, श्रीधरन पिल्लई ने कहा था, 'हमारे राहुल गांधी, येचुरी और पिनाराई कह रहे हैं की हमारे सैनिकों को वहां जाकर मृतकों की गिनती करनी होगी और उनकी जाति, धर्म आदि देखनी होगी.'


उन्होंने आगे कहा- 'अगर यह इस्लाम है, तो कुछ संकेत हैं, नहीं?' उन्होंने जारी रखा, 'यदि आप उनके कपड़े निकालते हैं तो आप जान पाएंगे'. वह बालाकोट हड़ताल में मारे गए लोगों की संख्या के बारे में उठाए जा रहे सवालों का जिक्र कर रहे थे.


सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव के. नारायण ने एक बयान में कहा, 'केरल भाजपा अध्यक्ष द्वारा की गई टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है और हमारे देश की भावना के खिलाफ है. भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश है और किसी को भी जाति और धर्म की पहचान के बारे में बात नहीं करनी चाहिए.'


नारायण ने आगे कहा कि, केरल बीजेपी प्रमुख की टिप्पणी केवल अमित शाह और पीएम मोदी की मानसिकता को दर्शाती है. उन्होंने कहा, 'यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है जो लोकतंत्र पर चलता है और यदि भाजपा को लगता है कि वे एक लोकतांत्रिक पार्टी है तो श्रीधरन पिल्लई को भाजपा से तुरंत निष्कासित कर दिया जाना चाहिए.'


उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी इसके खिलाफ कदम उठाना चाहिए.


सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि श्रीधरन पिल्लई की यह टिप्पणी आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है क्योंकि इसने धार्मिक अल्पसंख्यक को निशाना बनाया है.


बता दें, केरल पुलिस ने श्रीधरन पिल्लई की कथित तौर पर की गई इस्लाम विरोधी टिप्पणी को लेकर एक मामला दर्ज कर लिया है. यह मामला माकपा नेता वी सिवनकुट्टी की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153 एवं 153ए के तहत दर्ज किया गया है. धारा 153ए के अनुसार धर्म, मूलवंश, भाषा, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने से संबंधित है.

नई दिल्ली: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPM) ने केरल भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष पीएस श्रीधरन पिल्लई की इस्लाम विरोधी टिप्पणी की निंदा की है. श्रीधरन पर आरोप है कि उन्होंने 14 अप्रैल को अट्टींगल लोकसभा सीट में चुनावी प्रचार के समय इस्लाम धर्म के खिलाफ टिप्पणी की.

दरअसल, श्रीधरन पिल्लई ने कहा था कि मुसलमानों को उनके कपड़े हटाकर पहचाना जा सकता है. भारतीय वायु सेना द्वारा बालाकोट एयर स्ट्राइक के बारे में बोलते हुए, श्रीधरन पिल्लई ने कहा था, 'हमारे राहुल गांधी, येचुरी और पिनाराई कह रहे हैं की हमारे सैनिकों को वहां जाकर मृतकों की गिनती करनी होगी और उनकी जाति, धर्म आदि देखनी होगी.'


उन्होंने आगे कहा- 'अगर यह इस्लाम है, तो कुछ संकेत हैं, नहीं?' उन्होंने जारी रखा, 'यदि आप उनके कपड़े निकालते हैं तो आप जान पाएंगे'. वह बालाकोट हड़ताल में मारे गए लोगों की संख्या के बारे में उठाए जा रहे सवालों का जिक्र कर रहे थे.


सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव के. नारायण ने एक बयान में कहा, 'केरल भाजपा अध्यक्ष द्वारा की गई टिप्पणी अत्यंत निंदनीय है और हमारे देश की भावना के खिलाफ है. भारत एक लोकतांत्रिक और धर्मनिरपेक्ष देश है और किसी को भी जाति और धर्म की पहचान के बारे में बात नहीं करनी चाहिए.'


नारायण ने आगे कहा कि, केरल बीजेपी प्रमुख की टिप्पणी केवल अमित शाह और पीएम मोदी की मानसिकता को दर्शाती है. उन्होंने कहा, 'यह एक धर्मनिरपेक्ष देश है जो लोकतंत्र पर चलता है और यदि भाजपा को लगता है कि वे एक लोकतांत्रिक पार्टी है तो श्रीधरन पिल्लई को भाजपा से तुरंत निष्कासित कर दिया जाना चाहिए.'


उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को भी इसके खिलाफ कदम उठाना चाहिए.


सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव ने कहा कि श्रीधरन पिल्लई की यह टिप्पणी आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन है क्योंकि इसने धार्मिक अल्पसंख्यक को निशाना बनाया है.


बता दें, केरल पुलिस ने श्रीधरन पिल्लई की कथित तौर पर की गई इस्लाम विरोधी टिप्पणी को लेकर एक मामला दर्ज कर लिया है. यह मामला माकपा नेता वी सिवनकुट्टी की शिकायत पर भारतीय दंड संहिता की धारा 153 एवं 153ए के तहत दर्ज किया गया है. धारा 153ए के अनुसार धर्म, मूलवंश, भाषा, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने से संबंधित है.

Intro:The Communist Party of India has called BJP workers as a cadre of 'Dussasans' over Kerala BJP state president PS Sreedharan Pillai's comments in which he said that Muslims can be identified by removing their clothes. National Secretary of the CPI K Narayana in a press statement said " the comment made by Kerala BJP President is highly condemnable and against the spirit of our country. India is a democratic and secular country and one should not talk about identification of caste and religion".


Body:Narayana further said that the Kerala BJP Chief remarks only show the mind set of Amit Shah and PM Modi. " this is a secular country which runs on democracy and if BJP feels that they are a democratic party then Sreedharan Pillai should be immediately expelled from the BJP this sort of comments from the BJP leaders encourage their characters to become dussasans and other attack other religions"
the national secretary of CPI said that this comment from Sreedharan Pillai is a blatant violation of model code of conduct as it has targeted a religious minority. Earlier the Kerala BJP Chief government was also booked under IPC section 153 a (promoting enmity between religious groups on the ground of religion).
CPI has also demanded action from the election commission.



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.