हैदराबाद: तेलंगाना राज्य सड़क परिवहन निगम कर्मचारियों की संयुक्त कार्य समिति द्वारा आयोजित राज्य बंद के दौरान सबकुछ सामान्य रहा. हालांकि, इस प्रदर्शन के दौरान राजनीतिक रूप से वैसा नजारा देखने को मिला, जिसके बारे में आप शायद ही कभी बात करते होंगे. दो परस्पर विरोधी विचारधारा वाली पार्टियां एक साथ आ गईं. भाजपा और वाम ने मिलकर राज्य सरकार की नीतियों का विरोध किया.
हैदराबाद, आदिलाबाद, वारंगल, नलगोंडा, महबूबनगर, करीमनगर आदि सभी डिपो के सामने वाम पार्टियों ने भाजपा के साथ मिलकर इस बंद का समर्थन किया.
बंद के चलते कोई भी बस डिपो से बाहर नहीं गई. बंद के मद्देनजर सरकार ने सभी डिपो पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी.
पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे कई जेएसी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया. कुछ जगहों पर भाजपा और वाम नेताओं को गिरफ्तार किया.
बंद के दौरान हैदराबाद बस स्टेशन पर सन्नाटा पसरा रहा. किसी भी प्लेटफॉर्म पर कोई बस नहीं दिखी.
बसों के इंतजार में लोग सड़कों पर खड़े रहे.
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बता दें कि तेलंगाना में करीब 50 हजार कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है. हड़ताल अब भी जारी है. हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को हड़ताल समाप्त करने को लेकर पहल करने को भी कहा है. बावजूद अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.