ईटानगर : अरुणाचल प्रदेश में पिछले पांच दिनों से जारी बारिश के बीच भूस्खलन की घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भूस्खलन की घटनाओं पर दुख जताया है और लोगों को मदद का आश्वासन दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि पापुम पारे जिले में गुरुवार देर रात भूस्खलन की घटना में आठ महीने की बच्ची समेत एक परिवार के चार सदस्य जिंदा दब गए. पापुम पारे के उपायुक्त पीगे लीगू ने बताया कि भूस्खलन की घटना गुरुवार और शुक्रवार की रात करीब दो बजकर 30 मिनट पर हुई. घर में सो रहे सभी लोग इसमें दब गए. पुलिस, एनडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से शवों को मलबे से बाहर निकाला गया.
लीगू ने बताया कि मृतकों की पहचान टाना मार्टिन (22), उसकी पत्नी याबुंग लिंदुम, बेटी टाना यासुम और मार्टिन के भाई टाना जॉन के रूप में हुई है. पुलिस अधीक्षक (राजधानी) टुम्मे आमो ने बताया कि एक अन्य घटना में लिंगालया मंदिर के पास मोदिरिजो में दिन में साढ़े ग्यारह बजे भूखस्खलन के चलते एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और एक अन्य लापता हो गया.
आमो ने बताया कि इस घटना के समय घर का मालिक कामदाक टाडो अपने पड़ोसी के घर में था. उसकी पत्नी और दो बेटियां जिंदा दब गई. आठ साल का बच्चा लोकाम रोना घर से भागा और वह बच गया. लोकाम गांधी नामक एक लड़की को मलबे से निकाला गया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल के कर्मियों ने तीन शव मलबे से निकाो और चौथे लापता व्यक्ति की तलाश की जा रही है. मृतकों की पहचान कामदुक कगौंग (30) कामदक करना (नौ) और कामदाक जीता (आठ) के रूप में हुई है. लोकाम मिनू (20) को ढूंढ़ा जा रहा है.
राज्य में इसके साथ ही मानसून से संबंधित घटनाओं में मरनेवालों की संख्या बढ़कर 14 हो गई है. मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया और प्रत्येक मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि तत्काल देने की घोषणा की है.
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उन्होंने आपदा संभावित क्षेत्र में रह रहे लोगों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार राज्य में अगले कुछ दिनों में भारी बारिश होगी, इसलिए लोगों सभी एहतियाती कदम उठाएं.
उन्होंने जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया है कि वे जान-माल की बड़ी क्षति से बचने के लिए हालात पर नजर बनाए रखें.