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राम मंदिर का 2 जुलाई को हो सकता है शिलान्यास, पीएम को भेजा गया न्योता - अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह

उत्तर प्रदेश में अयोध्या में राम मंदिर का शिलान्यास दो जुलाई को हो सकता है. इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं. शिलान्यास कार्यक्रम के बारे में ईटीवी भारत की संवाददाता अनामिका रत्ना ने अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह से फोन पर बातचीत की.

Foundation stone of Ram temple
राम मंदिर का शिलान्यास
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Published : Jun 10, 2020, 6:25 PM IST

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इन दिनों राम मंदिर के शिलान्यास की तैयारियां चल रही हैं. ट्रस्ट के अधिकारी, प्रधानमंत्री और पीएमओ के बीच लगातार संपर्क से दो जुलाई को देवशयनी एकादशी राम मंदिर शिलान्यास की बात सामने आ रही है. पंचांग के अनुसार अगले चार महीने तक कोई बढ़िया मुहूर्त नहीं है. बताया जा रहा है कि राम मंदिर ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम मंदिर के शिलान्यास के लिए न्योता भी भेजा है, जिसकी पीएम स्वीकारोक्ति दे चुके हैं. इस बीच बुधवार को राम मंदिर में शिव पूजन का आयोजन किया गया ताकि मंदिर के निर्माण में कोई बाधा ना आए.

ईटीवी भारत की संवाददाता अनामिका रत्ना ने शिलान्यास कार्यक्रम के बारे में जानकारी लेने के लिए अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. आज ही वहां पर प्राचीन कुबेर के टीले पर धार्मिक अनुष्ठान भी किया गया, जिसमें भगवान शिव की पूजा की गई. ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री मोदी को शिलान्यास के लिए न्योता भेजा है और अगर वह आते हैं तो उनके लिए अयोध्या पूरी तैयारी करेगा.

ईटीवी भारत की अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह से फोन पर बातचीत.

अयोध्या सांसद ने हालांकि यह भी बताया, 'शिलान्यास की तारीख को लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन दो जुलाई को शिलान्यास करने की कोशिश की जा रही है. जब भी पीएम आएंगे, हम सब कार्यकर्ता तैयार हैं. उनके आगमन पर स्वाभाविक रूप से एक भव्य और सुंदर कार्यक्रम कराने की कोशिश करेंगे.'

लल्लू सिंह ने कहा कि राम मंदिर चाहे कितने दिन में भी बने, लेकिन सुंदर और भव्य बनना चाहिए. यह मंदिर 500 साल की कानूनी लड़ाई जीतने के बाद निर्माण किया जा रहा है. यह मंदिर ऐसा बनाया जाएगा कि पूरी दुनिया के लोग देखते रह जाएं. इसमें कोई समय सीमा तय नहीं की जानी चाहिए.

पढ़ें- आखिर अयोध्या में शुरू हुआ भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम

कोरोना काल के बीच प्रधानमंत्री अयोध्या जाते हैं तो पूरी तैयारी हो पाएगी. इस सवाल पर लल्लू सिंह ने बताया, 'नियमों के मुताबिक और सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से ही अगर प्रधानमंत्री यहां आने के लिए तैयार होते हैं तो मैं यहां के सांसद के तौर पर सारी तैयारियां पूरी करुंगा.'

उन्होंने बताया कि आठ तारीख से और मंदिरों के साथ राम मंदिर के भी कपाट खोल दिए गए हैं. लोग सोशल डिस्टेंस के साथ मंदिर में आ रहे हैं. विग्रह के नजदीक तक किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा है. लोग दूर से ही दर्शन कर रहे हैं. कुल मिलाकर प्रशासन और साधु-संत सभी इस बात से सहमत हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से अभी से ही वहां पर श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. अगर प्रधानमंत्री आते हैं तो भी सारे नियमों का पालन किया जाएगा.

नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में इन दिनों राम मंदिर के शिलान्यास की तैयारियां चल रही हैं. ट्रस्ट के अधिकारी, प्रधानमंत्री और पीएमओ के बीच लगातार संपर्क से दो जुलाई को देवशयनी एकादशी राम मंदिर शिलान्यास की बात सामने आ रही है. पंचांग के अनुसार अगले चार महीने तक कोई बढ़िया मुहूर्त नहीं है. बताया जा रहा है कि राम मंदिर ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राम मंदिर के शिलान्यास के लिए न्योता भी भेजा है, जिसकी पीएम स्वीकारोक्ति दे चुके हैं. इस बीच बुधवार को राम मंदिर में शिव पूजन का आयोजन किया गया ताकि मंदिर के निर्माण में कोई बाधा ना आए.

ईटीवी भारत की संवाददाता अनामिका रत्ना ने शिलान्यास कार्यक्रम के बारे में जानकारी लेने के लिए अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह ने फोन पर बातचीत की. उन्होंने बताया कि राम मंदिर के निर्माण को लेकर तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं. आज ही वहां पर प्राचीन कुबेर के टीले पर धार्मिक अनुष्ठान भी किया गया, जिसमें भगवान शिव की पूजा की गई. ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री मोदी को शिलान्यास के लिए न्योता भेजा है और अगर वह आते हैं तो उनके लिए अयोध्या पूरी तैयारी करेगा.

ईटीवी भारत की अयोध्या के सांसद लल्लू सिंह से फोन पर बातचीत.

अयोध्या सांसद ने हालांकि यह भी बताया, 'शिलान्यास की तारीख को लेकर अभी कोई पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन दो जुलाई को शिलान्यास करने की कोशिश की जा रही है. जब भी पीएम आएंगे, हम सब कार्यकर्ता तैयार हैं. उनके आगमन पर स्वाभाविक रूप से एक भव्य और सुंदर कार्यक्रम कराने की कोशिश करेंगे.'

लल्लू सिंह ने कहा कि राम मंदिर चाहे कितने दिन में भी बने, लेकिन सुंदर और भव्य बनना चाहिए. यह मंदिर 500 साल की कानूनी लड़ाई जीतने के बाद निर्माण किया जा रहा है. यह मंदिर ऐसा बनाया जाएगा कि पूरी दुनिया के लोग देखते रह जाएं. इसमें कोई समय सीमा तय नहीं की जानी चाहिए.

पढ़ें- आखिर अयोध्या में शुरू हुआ भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम

कोरोना काल के बीच प्रधानमंत्री अयोध्या जाते हैं तो पूरी तैयारी हो पाएगी. इस सवाल पर लल्लू सिंह ने बताया, 'नियमों के मुताबिक और सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से ही अगर प्रधानमंत्री यहां आने के लिए तैयार होते हैं तो मैं यहां के सांसद के तौर पर सारी तैयारियां पूरी करुंगा.'

उन्होंने बताया कि आठ तारीख से और मंदिरों के साथ राम मंदिर के भी कपाट खोल दिए गए हैं. लोग सोशल डिस्टेंस के साथ मंदिर में आ रहे हैं. विग्रह के नजदीक तक किसी को भी जाने नहीं दिया जा रहा है. लोग दूर से ही दर्शन कर रहे हैं. कुल मिलाकर प्रशासन और साधु-संत सभी इस बात से सहमत हैं. सोशल डिस्टेंसिंग के माध्यम से अभी से ही वहां पर श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. अगर प्रधानमंत्री आते हैं तो भी सारे नियमों का पालन किया जाएगा.

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