ETV Bharat / bharat

विदेश मामलों की संसदीय समिति से अधिकांश सांसद नदारद, बैठक रद्द - संसदीय समिति की बैठक से सांसद नदारद

विदेश मामलों की स्थायी संसदीय समिति बैठक को सदस्यों का कोरम पूरा नहीं होने के कारण रद्द कर दिया गया है. इस बैठक में भारत-चीन से जुड़े मुद्दे पर बातचीत होनी थी. बैठक से नदारद रहने वाले सदस्यों में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसदों की संख्या ज्यादा बताई जा रही है.

संसद
संसद
author img

By

Published : Jul 17, 2020, 5:06 PM IST

नई दिल्ली : संसदीय विदेश मामलों की स्थायी समिति की दो दिवसीय बैठक, जो 16 व 17 जुलाई को होनी थी. वह सदस्यों के कोरम पूरा नहीं होने की वजह से रद्द कर दी गई है. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की जानी थी, जिसमें भारत-चीन से संबंधित विषय भी शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय बैठक में दोनों ही दिन कोरम पूरा होने के लिए आवश्यक सदस्य भी शामिल नहीं हो सके.16 जुलाई को इस बैठक में मात्र सात सदस्य ही उपस्थित हुए थे जबकि शुक्रवार 17 जुलाई को भी इस बैठक में मात्र 7 सदस्य ही मौजूद रहे. बता दें कि संसद की स्थायी समिति की बैठक के लिए एक तिहाई सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है.

गौरतलब है कि विदेश मामलों की स्थायी संसदीय समिति में कुल 31 सदस्य हैं. इनमें 21 लोकसभा, जबकि 10 राज्यसभा सांसद शामिल हैं. इस कमेटी के अध्यक्ष भाजपा के सांसद पीपी चौधरी हैं. चौधरी पूर्व कानून राज्य मंत्री रह चुके हैं.

स्थायी समिति की बैठक के दोनों दिन अध्यक्ष पीपी चौधरी मौजूद रहे, लेकिन कई अन्य सदस्य नदारद रहे. बैठक में शामिल न होने वाले सदस्यों में ज्यादातर सत्ताधारी पार्टी के थे. इसके अलावा विपक्ष के कई सांसद भी बैठक में नहीं पहुंच पाए.

पढ़ें - राज्यसभा में 22 जुलाई को शपथ लेंगे 20 राज्यों के 61 नवनिर्वाचित सदस्य

मॉनसून सत्र को लेकर अटकलें

बता दें कि सभी विपक्षी पार्टियां लगातार चीन मामले पर को लेकर सवाल उठा रही हैं और सरकार से जवाब भी मांग रही हैं. स्थायी समिति की बैठक में सांसदों के न पहुंचने के कारण रद्द हुई बैठक के बाद अब मॉनसून सत्र को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. सरकार आगामी दिनों में मॉनसून सत्र बुलाने पर विचार कर रही है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि मॉनसून सत्र किस तरह संचालित किया जाएगा और कितने सांसद उपस्थित होंगे.

नई दिल्ली : संसदीय विदेश मामलों की स्थायी समिति की दो दिवसीय बैठक, जो 16 व 17 जुलाई को होनी थी. वह सदस्यों के कोरम पूरा नहीं होने की वजह से रद्द कर दी गई है. इस बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर बातचीत की जानी थी, जिसमें भारत-चीन से संबंधित विषय भी शामिल थे.

उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय बैठक में दोनों ही दिन कोरम पूरा होने के लिए आवश्यक सदस्य भी शामिल नहीं हो सके.16 जुलाई को इस बैठक में मात्र सात सदस्य ही उपस्थित हुए थे जबकि शुक्रवार 17 जुलाई को भी इस बैठक में मात्र 7 सदस्य ही मौजूद रहे. बता दें कि संसद की स्थायी समिति की बैठक के लिए एक तिहाई सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य है.

गौरतलब है कि विदेश मामलों की स्थायी संसदीय समिति में कुल 31 सदस्य हैं. इनमें 21 लोकसभा, जबकि 10 राज्यसभा सांसद शामिल हैं. इस कमेटी के अध्यक्ष भाजपा के सांसद पीपी चौधरी हैं. चौधरी पूर्व कानून राज्य मंत्री रह चुके हैं.

स्थायी समिति की बैठक के दोनों दिन अध्यक्ष पीपी चौधरी मौजूद रहे, लेकिन कई अन्य सदस्य नदारद रहे. बैठक में शामिल न होने वाले सदस्यों में ज्यादातर सत्ताधारी पार्टी के थे. इसके अलावा विपक्ष के कई सांसद भी बैठक में नहीं पहुंच पाए.

पढ़ें - राज्यसभा में 22 जुलाई को शपथ लेंगे 20 राज्यों के 61 नवनिर्वाचित सदस्य

मॉनसून सत्र को लेकर अटकलें

बता दें कि सभी विपक्षी पार्टियां लगातार चीन मामले पर को लेकर सवाल उठा रही हैं और सरकार से जवाब भी मांग रही हैं. स्थायी समिति की बैठक में सांसदों के न पहुंचने के कारण रद्द हुई बैठक के बाद अब मॉनसून सत्र को लेकर अटकलें शुरू हो गई हैं. सरकार आगामी दिनों में मॉनसून सत्र बुलाने पर विचार कर रही है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि मॉनसून सत्र किस तरह संचालित किया जाएगा और कितने सांसद उपस्थित होंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.