अहमदाबाद : महाराष्ट्र से गुजरात के कच्छ बंदरगाह में अपने जहाज पर पहुंचा एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है. इसके बाद कच्छ स्वास्थ्य विभाग ने महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ विरोध पत्र लिखा है. पत्र में प्रशासन ने लिखा कि आप जानते हैं कि पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है और सरकार ने देश खतरे को देखते हुए देश को तीन जोन में विभाजित कर दिया. इसके बावजूद मुंबई के कंटेनमेंट जोन से एक युवक का कच्छ पहुंचना गंभीर विषय है. इस तरह की घटना दोबारा न हो इसके प्रशासन त्वरित एहतियाती कदम उठाएं जाए.
कच्छ जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि महाराष्ट्र से कच्छ आया एक युवक कोरोना संक्रमित पाया गया है. वह मुंबई के भांडूप इलाके का रहने वाला है. युवक 28 अप्रैल को मुंबई से कच्छ के लिए चला था और 29 अप्रैल को पहुंचा था.
कच्छ पहुंचने के बाद उसका गांधीधाम के निजी प्रयोगशाला में जांच की गई, जहां पर वह रिपोर्ट पॉजटिव आई. इसके बाद उसे एक निजी अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया गया है, जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है. कच्छ प्रशासन के लिए राहत की बात यह है कि उसके संपर्क में आए व्यक्तियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है.
बता दें कि व्यक्ति जिस इलाके से आया है, उस क्षेत्र को महाराष्ट्र सरकार ने कंटेनमेंट जोन घोषित किया है. इसके बावजूद युवक ने जहाज के निदेशक से अनुमति ली थी, ताकि वह अपनी पर ड्यूटी में शामिल हो सके. इसके साथ ही युवक ने महाराष्ट्र प्रशासन से भी अनुमति ली थी, लेकिन यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए था कि वह कंटेनमेंट जोन से बाहर न निकले. इस जोन से युवक का कच्छ पहुंचना गंभीर विषय है.
कच्छ स्वास्थ्य विभाग ने जिला कलेक्टर को संलग्न करते हुए महाराष्ट्र सरकार को एक ईमेल भेजा, जिससे तरह की दोबारा घटनाएं न हो सके.
इस पत्र में एहतियात के तौर पर युवक का पूरा विवरण दिया गया है और उसके परिवार का कोरोना परीक्षण करने के लिए कहा गया है. पूछताछ में पता चला कि युवक बिना किसी एहतियाती कदम उठाए नियंत्रण क्षेत्र में स्वतंत्र रूप से घूम रहा था, जबकि उसके पड़ोस से कई सकारात्मक मामले सामने आए थे. स्वास्थ्य विभाग ने कच्छ के नौवहन अधिकारियों से अनुरोध किया कि वह सिर्फ उन्हीं लोगों को ड्यूटी की अनुमति दें जो कोरोना वायरस का परीक्षण कराया हो.