नई दिल्ली: एनसीएम के उपाध्यक्ष जॉर्ज कुरियन ने पत्र लिखकर गृह मंत्री अमित शाह इसाई लड़कियां के धर्मान्तरण की मुद्दा उठाते हुए, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा उच्च स्तरीय जांच की मांग की.
कुरियन ने अपने पत्र में कहा कि धर्मान्तरण और लव जिहाद ’के माध्यम से फंसाकर लोगों को आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल किया जाता है और ईसाई समुदाय कि लड़कियां इस्लामिक कट्टरपंथियों के लिए एक आसान लक्ष्य बनती जा रही हैं.
कुरियन ने कहा कि राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग को दो ईसाई परिवारों से शिकायत मिली. उनकी शिकायत में परिवारों ने आशंका व्यक्त की कि उनकी लड़कीयों को गुमराह किया जा सकता है, या धोखा दिया जा सकता है उनका अपहरण भी किया जा सकता है. उन्हें इस्लामिक स्टेट (आईएसआईआईस) जैसे संगठन में शामिल होने के लिए मजबूर किया जा सकता है या एक गुलाम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है.
पहले के मामलों का हवाला देते हुए पत्र में मामले को गंभीरता से लेने के लिए गृह मंत्रालय से अपील की गई है.
कुरियन के पत्र में कहा गया है कि ये एक 'मुद्दा गंभीर है और इससे राज्य में सांप्रदायिक असहमति हो सकती है. गृह मंत्रालय को इस खतरनाक प्रवृत्ति पर ध्यान देना चाहिए और एनआईए द्वारा जांच का आदेश देना चाहिए. कट्टरपंथी तत्वों द्वारा की जाने वाली ऐसी धोखाधड़ी वाली गतिविधियों को रोकने के लिए एक प्रभावी कानून लाना चाहिए.'
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एक रिपोर्ट के अनुसार केरल से आइएसआइएस में जो 21 लोग जुड़े थे उनमें से 5 धर्मांतरित इसाई लड़कियां भी हैं.