नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले संसदीय क्षेत्र गुना से कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया को हार का सामना करना पड़ा. इस सीट से पहली बार सिंधिया परिवार का कोई सदस्य हारा है. ताज्जुब की बात यह है कि उन्हें हराने वाले भाजपा सांसद केपी यादव पहले कांग्रेस के आम कार्यकर्ता थे. सांसद बनने से पहले पिछले चुनावों तक वे ज्योतिरादित्य के लिए प्रचार किया करते थे.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में नवनिर्वाचित सांसद केपी यादव ने बताया कि वे ही नहीं, उनकी तीन पीढ़ियां सिंधिया परिवार के लिए कार्यकर्ता के रूप में काम किया है, लेकिन बावजूद कांग्रेस और सिंधिया परिवार ने उनकी कद्र नहीं की और इसी बात से उनका मोहभंग हो गया.
केपी यादव ने कहा कि उनकी जीत मोदी के करिश्मा की वजह से हुई है. यादव ने कहा कि कुछ स्थानीय फैक्टर भी इसके लिए जवाबदेह थे, लेकिन सबसे बड़ी वजह थी.. मोदी को पीएम बनाना.
केपी यादव की तीन पीढ़ियां कांग्रेस से जुड़ी थीं. उन्होंने कहा कि वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ क्रिकेट भी खेल चुके हैं.
जब उनसे पूछा गया कि कभी आप उनके साथ सेल्फी लेना चाहते थे, लेकिन उनकी पत्नी को यह पसंद नहीं आया. इसके जवाब में यादव ने कहा कि वह निजी टिप्पणी नहीं करना चाहेंगे.
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क्या केपी यादव को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह उनका विषय नहीं है. वह जनता की सेवा करने आए हैं. शीर्ष नेतृत्व जो भी जवाबदेही देगा, वह काम करने के लिए हमेशा तैयार हैं. गुना की जनता के लिए जो भी संभव है, वो जरूर करेंगे.