कोच्चिः केरल में भारी बारिश और बाढ़ से स्थिति नाजुक बनी हुई है. अब तक बारिश और बाढ़ के कारण 31 लोगों की मौत हो चुकी है. राज्य के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि राहत-बचाव कार्य के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए 315 राहत शिविरों का निर्माण किया गया है. इन शिविरों में 22000 लोगों ने आश्रय लिया है. यहां सबसे अधिक वायनाड के बाढ़ पीड़ित रह रहे हैं.
एयरपोर्ट रविवार तक बंद
बाढ़ और बारिश की वजह से कोच्चि अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पार्किंग क्षेत्र में पानी भर गया है. इस वजह से हवाईअड्डे से उड़ानों का परिचालन रविवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया है.
कोचीन इंटरनेशलन एअरपोर्ट लिमिटेड (सीआईएसल) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, बाढ़ के कारण पार्किंग क्षेत्र जलमग्न हो गया है. कोच्चि हवाईअड्डे पर सभी उड़ानें को 11 अगस्त तक के लिए स्थागित कर दिया गया.
जाने क्या केरल में बाढ़ की स्थिति
केरल के कई इलाके भारी बारिश की चपेट में हैं और मौसम विभाग ने राज्य के चार जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. ये चार जिले भारी वर्षा और तेज हवाओं की चपेट में हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के सूत्रों ने कहा कि यह अलर्ट इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोड और वायनाड में जारी किया गया है.
राज्य की अधिकांश नदियों और बांधों में जलस्तर बढ़ रहा है और कन्नूर, वायनाड, इदुक्की, मलप्पुरम, कोझीकोड और कासरगोड में बाढ़ जैसे हालात हैं.
यहां की प्रमुख नदियों जैसे मणिमाला, मीनाचल, मूवट्टापुझा, चलियार, वालापट्टनम, इरूवाझीनीपुझा और पंबा में जलस्तर बढ़ा हुआ है.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने राज्य में मानसून से उत्पन्न हालातों की समीक्षा के लिए आयोजित एक आपात बैठक की अध्यक्षता की है.
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