नई दिल्ली : केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जी. किशन रेड्डी ने कहा है कि बदलते सुरक्षा परिदृश्य में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की भूमिका महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत दुनिया की सबसे तेज बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में एक है और बल को नियमित रूप से खतरे का आकलन करते रहना चाहिए. रेड्डी ने सोमवार को हैदराबाद स्थित राष्ट्रीय औद्योगिक सुरक्षा अकादमी (एनआईएसए) में आयोजित सीआईएसएफ के ई-पासिंग आउट परेड के दौरान अपने सम्बोधन में ये उद्गार व्यक्त किए.
किशन रेड्डी ने 11 असिस्टेंट कमांडेंट, 79 सब इंस्पेक्टर और 10 असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सहित 100 प्रशिक्षुओं को संबोधन के दौरान कहा, 'सीआईएसएफ के हिस्से के रूप में नए अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण होगी. हम एक नए भारत और आत्मनिर्भार भारत की ओर बढ़ेंगे.'
रेड्डी ने नई दिल्ली में नॉर्थ ब्लॉक से एक वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा, 'आप सभी इस बात से अवगत हैं कि वैश्विक सुरक्षा गतिशीलता एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रही है और हमें नियमित रूप से खतरे का आकलन करने और अपनी क्षमता को बढ़ाने की आवश्यकता है.'
केंद्रीय मंत्री ने सीआईएसएफ की महिलाकर्मियों को राष्ट्र की सबसे महत्वपूर्ण संपत्तियों की सुरक्षा करने में उनकी भूमिका की प्रशंसा की. उन्होंने स्वीकार किया कि महिलाकर्मियों ने बल में कई उल्लेखनीय योगदान दिए हैं और उन्होंने सीआईएसएफ के लिए स्वयं को अत्यधिक शक्तिशाली बल साबित किया है.
इस मौके पर सीआईएसएफ के महानिदेशक राजेश रंजन ने महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में बल की भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा, 'सीआईएसएफ का प्रयास मुख्य अंतर्निहित गुणों जैसे अनुशासन, मतदान, शारीरिक फिटनेस और सभी अधिकारियों और कर्मियों की व्यावसायिकता की रक्षा करना है, जो हमारे कामकाज में महत्वपूर्ण बढ़त प्रदान करते हैं.'
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उन्होंने कहा, 'तकनीकी विकास के साथ चुनौतियां का सामना करना, आम जनता के साथ हमारा सद्भावपूर्ण आचरण और इन सबसे बढ़कर हमारी मजबूत कोर क्षमता ही हमारी मुख्य ताकत है.'
इस अवसर पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीआईएसएफ के अधिकारियों और कार्मिकों की प्रशंसा की और कहा कि सीआईएसएफ दृढ़ निश्चय के साथ कोरोना महामारी के दौरान नागरिकों और राष्ट्रीय संपत्ति की सुरक्षा कर रही है.