तिरुवनंतपुरम : केरल के पर्यटन मंत्री कडकंपल्ली सुरेंद्रन ने रविवार बताया कि राज्य में इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड वायरोलॉजी (IAV) इस साल जून तक काम करना शुरू कर देगा. बता दें कि यह भारत का दूसरा वायरोलॉजी संस्थान है.
बता दें कि पहला वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट महाराष्ट्र के पुणे में स्थित है. बता दें कि खतरनाक वायरस से उत्पन्न होने वाली बिमारियों के इलाज करना एक चुनौती भरा कार्य होता है. कौन सी बिमारी में किस प्रकार का वायरस है और इसका इलाज क्या हो सकता है, इन सब विषयों पर वायरोलॉजी संस्थान शोध करता है और इलाज का मार्ग प्रशस्त करता है.
वर्तमान में पूरा विश्व कोरोना वायरस जैसी गंभीर खतरे से जूझ रहा है. इस गंभीर खतरे के इलाज के लिए चिकित्सा विज्ञान पूरे जोर-शोर से जुटा हुआ है. चीन के वुहान शहर से कोरोना बीमारी के फैलने की बात की गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार को अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों के एक दल को चीन भेजा है. बता दें कि चीन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 900 के पार पहुंच गई है, जो 2003 की सार्स महामारी से भी ज्यादा है.
वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट का कार्य
वायरोलॉजी का अर्थ होता है विषाणुओं का अध्ययन. वायरोलॉजी इस्टीट्यूट में यही कार्य किया जाता है. इस इस्टीट्यूट में देश में नए वायरसों का अध्ययन करके पता लगाया जाता है कि यह वायरस कैस उत्पन्न हुआ है और इसे खत्म करने के लिए क्या उपचार होगा.
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बता दें कि पुणे स्थित वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट में ही कोरोना वायरस की जांच की जा रही है. इसी इंस्टीट्यूट में निपाह, इबोला जैसे वायरसो का भी अध्ययन किया गया था.
बता दें कि वायरोलॉजी संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए हाई स्पीड ट्रेन के बारे में जानकारी दी. मंत्री कडकंपल्ली सुरेंद्रन ने आगे कहा कि त्रिवेंद्रम से कासरगोड के बीच सेमी हाई स्पीड की ट्रेन भी चलाई जाएगी, जिसका स्टॉप सिर्फ दो जगह पर होगा और ट्रेन दोनों स्टेशनों की दूरी 4 घंटें में तय कर लेगी. त्रिवेंद्रम हवाई अड्डे के बारे में उन्होंने कहा कि हम हवाई अड्डे के निजीकरण पर निर्णय का इंतजार कर रहे हैं.