नई दिल्ली : भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रधानमंत्री रिलीफ फंड द्वारा राजीव गांधी फाउंडेशन में डोनेशन को उठाते हुए तीन ट्वीट किया. उन्होंने आरोप लगाया कि एक परिवार ने अपनी पूरी शक्ति पैसे को कमाने में लगा दी. कांग्रेस को इस लूट के लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए.
नड्डा ने सिलसिलेवार ब्यौरा देते हुए कहा कि भारत के लोग अपनी गाढ़ी कमाई प्रधानमंत्री रिलीफ फंड में डालते हैं, ताकि मुसीबत में लोगों की मदद की जा सके. लेकिन लोगों की गाढ़ी कमाई को एक परिवार द्वारा पोषित एक फाउंडेशन में डालना खुली लूट है. यह लोगों के साथ धोखा है. उन्होंने आगे कहा कि लोगों की मदद के लिए बना पीएमएनआरएफ राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा दान कर रहा था. पीएमएनआरएफ (PMNRF) बोर्ड में कौन था? श्रीमती सोनिया गांधी। RGF का चेयरमैन कौन है? श्रीमती सोनिया गांधी. ह पूरी तरह से निंदनीय है. गौरतलब है कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने इस संदर्भ में ट्वीटर पर डॉक्यूमेंट भी शेयर किया है.
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कह कि संकट में लोगों की मदद करने के लिए बना पीएमएनआरएफ, यूपीए के कार्यकाल में राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसे दान कर रहा था. इसके साथ ही एक और खुलासा हुआ हैं. पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार और भारत में चीनी दूतावास ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व वाले राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) को फंडिंग किया है.
प्रधानमंत्री रिलीफ फंड पूरे तरह से जनता के पैसों से चलता हैं. जनता जो भी पैसा दान करती है, उन पैसों से आपदा के समय सरकार सभी की मदद करती हैं. इसमें दान किए दाने वाले पैसों पर इनकम टैक्स नहीं लगता हैं. राजीव गांधी फाउंडेशन की सोनिया गांधी अध्यक्ष हैं और इसके बोर्ड में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी शामिल हैं.
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राजीव गांधी फाउंडेशन को चीन की सरकार से मदद मिलने पर भी विवाद हो चुका है. फाउंडेशन की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2005-06 में राजीव गांधी फाउंडेशन को पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना की सरकार और चीनी दूतावास से दो अलग-अलग दानकतार्ओं के रूप में दान मिला. चीनी दूतावास को सामान्य दाताओं की सूची में रखा गया है. कुछ अनुमानों के अनुसार, 2004 से 2006 के बीच दान 20 लाख डॉलर और 2006 से 2013 के बीच 90 लाख डॉलर था.