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विवादों में घिरा रहा है JNU के मौजूदा कुलपति का कार्यकाल - छात्रों ने शुल्क वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन

JNU हमेशा किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बना रहता है. अब जेएनयू के कुलपति का कार्यकाल विवादों में घिरता हुआ नजर आ रहा है. इस बीच छात्र शुल्क में बढ़ोतरी व अन्य मामलों को लेकर फिर प्रदर्शन करते नजर आए. रमेश पोखरियाल वहां पहुंचे तो वे पांच घंटों से भी ज्यादा समय के लिए वहां फंसे रहे. पढ़ें विस्तार से...

विवादों में घिरा है जेएनयू के मौजूदा कुलपति का कार्यकाल
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Published : Nov 12, 2019, 12:01 AM IST

नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति जगदीश कुमार का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा है. इस दौरान 2016 के चर्चित राजद्रोह मामले से लेकर सोमवार को छात्रों के आंदोलन के कारण केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के छह घंटे तक फंसे रहने जैसी घटनाएं हुईं. कई बार प्रदर्शन के दौरान उनके कार्यालय की तालाबंदी भी हुई.

गौरतलब है कि कुमार को जनवरी 2016 में कुलपति बनाया गया था और उनका कार्यकाल पूरा होने में अभी एक वर्ष से अधिक का समय बाकी है.

अपनी नियुक्ति के एक सप्ताह बाद ही कुलपति के रूप में उनका विवाद से सामना हुआ, जब छात्रों ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ कार्यक्रम करने की कोशिश की और उनका प्रशासन से टकराव हुआ.

इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं मिलने के बाद छात्रों ने नौ फरवरी, 2016 को एक बहस आयोजित की, जिसमें कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे लगाये गये.

पढ़ें : JNU Protest: छात्रों के विरोध प्रदर्शन से कई सड़कों पर लगा भीषण जाम

इसके बाद छात्रों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में मामला दर्ज किया गया.

आपको बता दें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया था और छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.

नौ महीने बाद, नजीब अहमद नामक एक छात्र आरएसएस से जुड़े एबीवीपी के सदस्यों के साथ विवाद के बाद विश्वविद्यालय परिसर से लापता हो गया.

नजीब का अब तक पता नहीं चल सका है और इस मुद्दे पर परिसर में कई बार बंद और विरोध प्रदर्शन हुए हैं.

छात्रों द्वारा कुलपति आवास और कार्यालय का घेराव किए जाने की कई घटनाएं हुई हैं.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सोमवार को एआईसीटीई मुख्यालय के अंदर फंसे रहे, जब विश्वविद्यालय के छात्रों ने शुल्क वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया.

नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के कुलपति जगदीश कुमार का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा है. इस दौरान 2016 के चर्चित राजद्रोह मामले से लेकर सोमवार को छात्रों के आंदोलन के कारण केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री के छह घंटे तक फंसे रहने जैसी घटनाएं हुईं. कई बार प्रदर्शन के दौरान उनके कार्यालय की तालाबंदी भी हुई.

गौरतलब है कि कुमार को जनवरी 2016 में कुलपति बनाया गया था और उनका कार्यकाल पूरा होने में अभी एक वर्ष से अधिक का समय बाकी है.

अपनी नियुक्ति के एक सप्ताह बाद ही कुलपति के रूप में उनका विवाद से सामना हुआ, जब छात्रों ने संसद हमले के दोषी अफजल गुरु की फांसी के खिलाफ कार्यक्रम करने की कोशिश की और उनका प्रशासन से टकराव हुआ.

इस कार्यक्रम के लिए अनुमति नहीं मिलने के बाद छात्रों ने नौ फरवरी, 2016 को एक बहस आयोजित की, जिसमें कथित तौर पर राष्ट्र विरोधी नारे लगाये गये.

पढ़ें : JNU Protest: छात्रों के विरोध प्रदर्शन से कई सड़कों पर लगा भीषण जाम

इसके बाद छात्रों के खिलाफ राजद्रोह के आरोप में मामला दर्ज किया गया.

आपको बता दें जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया था और छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.

नौ महीने बाद, नजीब अहमद नामक एक छात्र आरएसएस से जुड़े एबीवीपी के सदस्यों के साथ विवाद के बाद विश्वविद्यालय परिसर से लापता हो गया.

नजीब का अब तक पता नहीं चल सका है और इस मुद्दे पर परिसर में कई बार बंद और विरोध प्रदर्शन हुए हैं.

छात्रों द्वारा कुलपति आवास और कार्यालय का घेराव किए जाने की कई घटनाएं हुई हैं.

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सोमवार को एआईसीटीई मुख्यालय के अंदर फंसे रहे, जब विश्वविद्यालय के छात्रों ने शुल्क वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन किया.

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JNU-VC-CONTROVERSIES
From sedition row to HRD Min being stuck for hours: Jagadesh Kumar's controversial tenure as JNU VC
         New Delhi, Nov 11 (PTI) From the infamous sedition row of 2016 and lockdown of his office multiple times to the Union HRD Minister getting stuck for over six hours at the venue of JNU's convocation on Monday, M Jagadesh Kumar's tenure as the Vice Chancellor of the university has been marred with controversies.
         Kumar, who was made the VC in January 2016 and has more than a year of service left, had first brush with controversies as the VC just a week after his appointment, when students locked horns with the administration over holding an event against the hanging of parliament attack convict Afzal Guru.          
         While permission was denied, the students held a debate on February 9, 2016 during which anti-national slogans were allegedly raised, leading to students being slapped with sedition charge.
         Then JNU students union president Kanhaiya Kumar was arrested and the controversy led to a massive protest by the students.
         The students continued to be at loggerheads with the VC over penalties imposed by the varsity on students whose role was established in the February 9 event by an inquiry committee.
         Nine months later, a student -- Najeeb Ahmad -- went missing from the university campus after a brawl with members of RSS-affiliated ABVP. Najeeb has not been traced in three years and there have been umpteen protests on and off campus on the issue.
         There have been several instances of the VC's residence and office being gheraoed by the students.
         In 2017, Kumar passed an order prohibiting demonstration and protest in the vicinity of the "administration block", which houses the offices of top varsity officials. The move triggered more protests by the students.
         In March 2019, the VC alleged that his wife was confined inside his house by hundreds of students who broke into his residence.
         On Monday, Union HRD Minister Ramesh Pokhriyal 'Nishank' was stuck inside the AICTE headquarters, the venue for JNU convocation, for over six hours as protest by the JNU students against a steep hostel fee hike escalated.
         The police had to use water canons to disperse the protestors, while the minister had to cancel his two scheduled events.
         The students' union has been on a strike for 12 days against the draft hostel manual, which was approved by the inter-hall administration. They have said the strike would not end until the hostel manual is withdrawn.PTI GJS
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